हिन्दुस्तान संवाददाताप्राइमरी स्कूलों की समायोजन काउंसलिंग में हंगामा हुआ। शिक्षकों ने सूची में घपले का आरोप लगाकर हंगामा काटा तो अधिकारियों ने पुलिस बुला ली। पुलिस ने शिक्षकों को खदेड़कर काउसंलिग कराई। इस दौरान शिक्षकों की बीएसए से तीखी झड़प हुई। शिक्षकों ने डीएम से गोलमाल की शिकायत की। डीएम ने शुक्रवार सुबह 9:30 बजे बीएसए को रिपोर्ट के साथ बुलाया है।गुरुवार को प्राथमिक स्कूल के 620 शिक्षकों की सूची जारी करके डायट बुलाया गया था। बीएसए, डायट प्राचार्य तैयारी ही कर रही थी। इसी दौरान उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष नरेश गंगवार, अरुण मिश्र, केपी सिंह और शिक्षामित्र संगठन के प्रदेश संरक्षक दुष्यंत चौहान के साथ सैकड़ों टीचर नारेबाजी करते हुए डायट पहुंचे। ये लोग प्राचार्य कार्यालय में घुस गए। प्राचार्य और बीएसए का घेराव करके काउंसलिग निरस्त कराने की मांग की। बीएसए ने खामी के निस्तारण का भरोसा दिया। लेकिन शिक्षकों ने काउंसलिग निरस्त कराने की जिद पकड़ ली। हंगामा बढ़ा तो बीएसए ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने टीचरों को कार्यालय से बाहर किया। काफी देर काउंसलिंग रुकी रही।सिर्फ नेताओं का हंगामा: बीएसए चंदना यादव ने कहा कि 620 में से सिर्फ 14 शिक्षकों ने काउंसलिंग नहीं कराई। पूरा हंगामा सिर्फ नेताओं का किया हुआ था। जो शिक्षक काउंसलिंग करवा रहे थे, उनको भी शिक्षक नेता रोक रहे थे। गोलमाल के आरोप गलत हैं। सभी आरोपों के जबाव दे दिए जाएंगे।
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