महाराजगंज : निश्शुल्क ड्रेस वितरण योजना से आच्छादित राजकीय, परिषदीय तथा सहायता प्राप्त प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के समक्ष एक बड़ी समस्या सामने है। यह समस्या स्कूल में नामांकित सभी बच्चों को ड्रेस उपलब्ध कराने की है। फिलहाल अनुसूचित जाति- जनजाति एवं बीपीएल श्रेणी के बालक- बालिकाओं को ड्रेस मुहैया कराई जा रही है , लेकिन अप्रैल के बाद इस श्रेणी में नामांकित होने वाले बच्चों को कैसे ड्रेस दी जाएगी इस पर सवाल खड़े हो गए हैं। वर्तमान समय में स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया जोरों पर है, जबकि यूनीफार्म का बजट अप्रैल की छात्र संख्या के आधार पर विद्यालयों को आवंटित कर दिया गया है। ऐसे में प्रधानाध्यापकों के सामने यह समस्या लाजिमी है कि वह अप्रैल के बाद स्कूलों में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्रओं को मुफ्त में यूनिफार्म कैसे उपलब्ध कराएं। शासन के निर्देशानुसार आगामी 15 जुलाई तक यूनिफार्म वितरण की तैयारियों को देखते हुए बाद में प्रवेश पाने वाले बच्चों को यूनिफार्म देने में काफी संशय दिख रहा है। यूनीफार्म वितरण के समय जहां ड्रेस न पाने वाले छात्रों के चेहरे लटक सकते हैं। प्रधानाध्यापकों को अभिभावकों का कोपभाजन भी होना पड़ सकता है।
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