प्रदेश भर के अधिकांश माध्यमिक विद्यालयों में भले ही भवन व सुविधाओं में बड़ा फासला हो लेकिन, पाठ्यक्रम एक जैसा होगा। विशिष्ट पाठ्यक्रम के लिए चर्चित रहा यूपी बोर्ड अब सीबीएसई की राह पर है। यूपी बोर्ड ने पिछले बारह दिनों में सीबीएसई में पढ़ाए जाने वाले विषयों के पाठ्यक्रम को लगभग स्वीकार कर लिया है। वैसे इसे अगले सत्र से लागू करने की तैयारी है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई का पाठ्यक्रम शासन ने समान करने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड ने तीन से 14 जुलाई तक 33 पाठ्यक्रम समितियों की बैठक बुलाकर इस पर अमल कराया है। हाईस्कूल स्तर (कक्षा 9 व 10) व इंटरमीडिएट स्तर (कक्षा 11 व 12) में गणित, विज्ञान, अंग्रेजी व कई अन्य विषयों की पढ़ाई पहले से ही दोनों जगह () लगभग एक जैसी ही रही है। करीब 20 प्रतिशत पाठ्यक्रम का जो फासला रहा है, उसे भी अब 95 फीसद तक समान कर दिया गया है। बोर्ड सूत्रों की मानें तो हाईस्कूल व इंटर के अहम विषयों को एक करने का कार्य पूरा हो चुका है लेकिन, स्थानीय विषय इतिहास, भूगोल, संगीत, गायन, कृषि और देश की विभिन्न भाषाएं बांग्ला, उड़िया के अलावा तकनीकी विषयों का एकीकरण होना अभी शेष है।
इसके लिए यूपी बोर्ड जल्द ही इन विषयों के विशेषज्ञों को बुलाकर हरसंभव पाठ्यक्रम समान करेगा। बोर्ड इनमें बहुत बदलाव करने के पक्ष में नहीं है।’पाठ्यक्रम समितियों ने पहले दौर में तमाम विषयों को किया समान
’स्थानीय व विभिन्न भाषाओं की पढ़ाई एक करने को फिर मंथन
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