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Sunday, March 31, 2024

शिक्षक आंदोलन और बहिष्कार के बावजूद यूपी बोर्ड ने कॉपियों के मूल्यांकन का बनाया रिकॉर्ड, 12 दिन में कॉपियां जांचीं, एक महीने के अंदर आएगा परिणाम

शिक्षक आंदोलन और बहिष्कार के बावजूद यूपी बोर्ड ने कॉपियों के मूल्यांकन का बनाया रिकॉर्ड, 12 दिन में कॉपियां जांचीं, एक महीने के अंदर आएगा परिणाम



शिक्षक आंदोलन और बहिष्कार के बावजूद यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2024 की 2.85 करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन रिकॉर्ड 12 दिन में पूरा कर लिया। इसी के साथ पूरी मशीनरी 55 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं का परिणाम तैयार करने में जुट गई है।


उम्मीद की जा रही है कि एक महीने के अंदर अप्रैल अंत तक 10वीं-12वीं का परिणाम घोषित हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार 259 केंद्रों पर उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा होने के बाद परीक्षार्थियों के प्राप्तांक फीडिंग का काम तेज कर दिया गया है। रोल नंबर के अनुसार प्राप्तांक अंकपत्र पर चढ़ाने के बाद उनकी क्रास चेकिंग की जाएगी।


जिन परीक्षार्थियों के अंक नहीं चढ़े होंगे उनके संबंधित जिले से रिपोर्ट लेकर नंबर चढ़ाया जाएगा। उसके बाद अंतिम रूप से सभी परीक्षार्थियों के परिणाम की जांच होगी ताकि किसी का परिणाम अधूरा न रह जाए। 2023 की बोर्ड परीक्षा में भी किसी परीक्षार्थी का परिणाम अपूर्ण नहीं था।


गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नकलविहीन परीक्षा और शुचितापूर्ण मूल्यांकन माध्यमिक शिक्षा परिषद के मार्गदर्शक सिद्धान्त रहे हैं। बोर्ड मुख्यालय में पहली बार स्थापित कमांड एंड कंट्रोल रूम से सभी 259 मूल्यांकन केन्द्रों की निगरानी के परिणामस्वरूप रिकॉर्ड 12 कार्यदिवसों में ही इस बार मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया गया है। –दिब्यकान्त शुक्ल, सचिव यूपी बोर्ड


1,47,097 परीक्षकों ने जांचीं कॉपियां

इस वर्ष स्टेटिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति भी कारगर रही। कॉपियों को रैंडम तरीके ही वितरित किया गया। इस बार हाईस्कूल की परीक्षा में 29,47,311 और इंटरमीडिएट में 25,77, 997 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। ऐसे में कुल 55,25,308 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी थी। हाईस्कूल की 1.76 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं के लिए 94,802 परीक्षक और इंटरमीडिएट की 1.25 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं के लिए 52, 295 परीक्षक मूल्यांकन के लिए तैनात किए गए थे। इस तरह कुल 3.01 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के लिए 1,47,097 परीक्षकों को लगाया गया था।


प्रयागराज। यूपी बोर्ड ने इस बार शिक्षकों के कार्य बहिष्कार की चुनौती के बीच 12 दिन के भीतर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा कराकर कीर्तिमान रच दिया है। तय समय से एक दिन पहले ही 3.01 करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन कराने का बोर्ड ने रिकॉर्ड बनाया है।

अब समय से परिणाम घोषित करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार 15 अप्रैल तक हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के रिजल्ट घोषित किए जाने की उम्मीद है। इस बार उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए तय की गई 31 मार्च की सीमा से पहले ही बोर्ड ने लक्ष्य हासिल कर लिया है। बीते वर्षों में निर्धारित अवधि के बाद भी मूल्यांकन होता रहा है।

व्यावसायिक विषयों की कॉपियों को जांचने के लिए समय से परीक्षक भी नहीं मिलते थे, लेकिन इस बार बोर्ड ने परीक्षकों को नियुक्त करने में पहले से सजगता बरती। इस बार 12 दिन में ही नकल विहीन परीक्षा करा कर बोर्ड पहले ही इतिहास रच चुका है। हालांकि, आगरा के एक केंद्र पर समय से पहले प्रश्नपत्र व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल होने की एक शिकायत के अलावा किसी भी केंद्र से प्रश्नपत्र की रांग ओपनिंग की शिकायत नहीं मिली। इस बार मूल्यांकन 16 मार्च को शुरू हुआ था। 

इस बीच उत्तर पुस्तिकाएं पहुंचाते समय वाराणसी के शिक्षक की गोली मारकर हत्या किए जाने के विरोध में शिक्षकों ने कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। इससे दो दिन तक मूल्यांकन प्रभावित रहा।  बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने पूरा श्रेय परीक्षकों को दिया है।


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