जिला बेसिक शिक्षाधिकारी अपने ही जनपद के एक विद्यालय को देखकर चौंक गए और सवाल किया, कि ऐसा भी स्कूल उनके जिले में है, उन्हें पता भी नहीं था। उनकी ये हैरानी यह साबित कर रही थी कि उनके मन में विद्यालयों की तस्वीर बेहतर नहीं है।बीएसए अजय कुमार सिंह शनिवार की दोपहर विकास खण्ड अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय महुआ खुर्द पहुंच गए। यहां की पेंटिंग, स्कूल की सूरत, कक्ष में बच्चों की पठन-पाठन व्यवस्था देख दंग रह गए। उन्हें पता ही नहीं था कि जिले में ऐसा स्कूल भी है, नहीं तो वह यहां जिलाधिकारी को भी लेकर आते। बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया तो उन्होंने प्रत्येक (कुल छह) बच्चे को सौ-सौ रुपये का नकद पुरस्कार दिया। प्रधानाध्यापक दिलनशीन फातिमा का हौसला बढ़ाने के साथ ही विद्यालय संबंधित समस्या पूछी। बीएसए ने बीइओ को फोन मिलाया और जुलाई में यहां अतिरिक्त अध्यापक की तैनाती के निर्देश दिए। शौचालय के मुद्दे पर कहा कि वे डीडीओ से बात करेंगे, नहीं तो अपने विभाग से शौचालय पूर्ण करा देंगे। इस अवसर पर वरिष्ठ सह समन्वयक वेद प्रकाश, शमशाद हैदर, इंतजार कदर आदि मौजूद रहे। बाद में उन्होंने कादिराबाद स्थित निर्माणाधीन ब्लाक प्रशिक्षण केंद्र (बाइट) का निरीक्षण किया। करीब साढ़े चार करोड़ की लागत से बन रही इस बिल्डिंग निर्माण की गति काफी सुस्त रही। ठेकेदार से पूछा तो बताया गया कि भुगतान समस्या के चलते कार्य गति नहीं पकड़ रहा है
No comments:
Write comments