बदायूं : मध्यान्ह भोजन योजना की धनराशि विद्यालय के अन्य काम में खर्च करने पर विकास क्षेत्र दहगवां के दो प्रधानाध्यापकों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। ग्राम प्रधान की शिकायत के बाद खंड शिक्षा अधिकारी से कराई गई जांच में सत्यता मिली और अमल में लाई गई। विकास क्षेत्र दहगवां के प्राथमिक विद्यालय पड़रिया के प्रधानाध्यापक के खिलाफ ग्राम प्रधान उमाशंकर ने छह मार्च को शिकायत कर बताया था कि प्रधानाध्यापक ने बिना किसी समक्ष अधिकारी की संस्तुति के मध्यान्ह भोजन योजना की धनराशि दूसरे मद में प्रयोग कर दी हैं। उन्हें भुगतान नहीं किया गया। यही हाल यहां के उच्च प्राथमिक विद्यालय का था। जहां के प्रधानाध्यापक मलखान सिंह ने भी मध्यान्ह भोजन योजना की कंवर्जन का कास्ट से विद्यालय में पल्ले बनवा लिए और प्रधान को भुगतान नहीं किया गया। खंड शिक्षा अधिकारी सोमनाथ विश्वकर्मा से मामले की जांच कराई गई। जांच आख्या 21 अप्रैल को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के समक्ष रखी जिसमें कहा गया कि प्रधानाध्यापक ने विभागीय व वित्तीय नियमों के विपरीत एमडीएम की धनराशि का गलत प्रयोग किया। बच्चों के अधिकारों का हनन का आरोप लगाया गया है। मध्यान्ह भोजन योजना में वित्तीय अनियमितता करने पर शैक्षिक सत्र 2016-17 के लिए प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारी को प्रधानाध्यापकों की सेवा पंजिका में अंकित करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के सामने पंजिका प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
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