फतेहपुर : परिषदीय स्कूलों में परोसा जाने वाला एमडीएम गुणवत्ता परक है, मेन्यू का पालन हो रहा है कि नहीं इसकी परख मां करेंगी। अब हर विद्यालय में मां समिति का गठन किया जाएगा। इस समिति की सदस्य वहीं मां होगी, जिसका नौनिहाल स्कूल में शिक्षा पा रहा है। समिति में छह सदस्यीय समिति का गठन कराने के लिए बीएसए ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया है। समिति का गठन करते हुए प्रत्येक सदस्य को शासन से मिले अधिकारों का ज्ञान भी कराने जिम्मा सौंपा गया है।
बेसिक शिक्षामंत्री ने 9 मई को प्रदेश भर के बीएसए की बैठक लेकर शैक्षिक माहौल बनाने और अन्य तमाम ¨बदुओं की समीक्षा की। जिसमें एमडीएम भी शामिल रहा। बेसिक शिक्षामंत्री ने एमडीएम को पारदर्शी बनाने के लिए हर प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में मां समिति के गठन के आदेश दिए। समिति की महिला सदस्यों को शामिल प्रधानाध्यापक द्वारा होगा जिसका अनुमोदन खंड शिक्षाधिकारी करेंगे। इसके बाद यह रिपोर्ट बीएसए के पास पहुंचेगी। बीएसए इस समिति का समय समय पर सत्यापन भी कराएंगे।
बीएसए विनय कुमार सिंह ने बताया कि मां समिति का गठन तीन दिन के अंदर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। सभी खंड शिक्षाधिकारी प्रत्येक समिति की मॉनीटरिंग करेंगे। प्रयास होगा कि मध्यावकाश में समिति की सभी छह महिला सदस्य एमडीएम को जांचने के लिए पहुंचें। बिना समिति के सदस्य के पहुंचे एमडीएम का वितरण नहीं होगा। एमडीएम चेक करने वाली सदस्य से प्रधानाध्यापक रजिस्टर में रिपोर्ट अंकित कराएंगे। इस रिपोर्ट की चेकिंग स्कूल के निरीक्षण के समय की जाएगी।रजिस्टर की पड़ताल करने से पता चल जाएगा कि किस दिन क्या बना था, फल-दूध वितरण हुआ है कि नहीं। शासन की मंशा का पालन कराया जाएगा।
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