सरकारी व सहायता प्राप्त मान्यता के स्कूलों में बच्चों को दिये जाने वाला मौसमी फल मिलना बन्द हो गया है। ज्ञात हो कि परिषदीय मदरसा व सहायता प्राप्त विद्यालयों ने अध्ययनरत छात्रों को समाजवादी पौष्टिक आहार योजना के तहत सप्ताह में एक बार सोमवार को मौसमी फलों का वितरण किया जाता था। माह फरवरी से अब तक बिलों के भुगतान पर रोक लगा दी गयी है। विभागीय अधिकारियो द्वारा फल वितरण न किये जाने का फरमान मौखिक रूप से दिया गया जिसके चलते स्वयं सेवी संस्थानों सहित अध्यापकों का काफी पैसा फल वितरण में खर्च हो गया जिसका खमियाजा जिले में अध्ययनरत दो लाख से अधिक बच्चों को भुगतना पड़ रहा है अब स्कूल मे अध्ययनरत बच्चों को मिड डे मिल के अन्तर्गत भोजन एवं दूध से काम चलाना पड़ेगा।
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