गोरखपुर : देवरिया के बाल गृह बालिका प्रकरण प्रकाश में आने के बाद आवासीय विद्यालयों में बच्चियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने सुरक्षा को गंभीरता से लेते हुए जनपद के सभी 20 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ वॉयस रिकार्डिग की व्यवस्था भी कराई है। इन विद्यालयों में सभी की बातें भी रिकार्ड हो सकेंगी। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई होती है। यहां आर्थिक रूप से कमजोर एवं निराश्रित बच्चियां रहकर पढ़ाई करती हैं। बच्चियों की सुरक्षा के लिए सभी विद्यालयों में वार्डेन व पूर्णकालिक महिला शिक्षक तैनात होती हैं। उन्हें बच्चियों की सुरक्षा का ख्याल रखना होता है। बिना पंजिका में अंकित किए अभिभावक भी बच्चियों को घर नहीं ले जा सकते हैं। हर बच्ची के आने-जाने पर नजर होती है। शासन के निर्देश पर लगाए गए थे कैमरे: शासन के निर्देश पर कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, ताकि वहां की गतिविधियां रिकार्ड होती रहें। देवरिया में बालगृह बालिका का प्रकरण प्रकाश में आने के बाद जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने वीडियो रिकार्डिंग के साथ बातें रिकार्ड करने की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। इस निर्देश के बाद सभी विद्यालयों में कैमरे के साथ वायस रिकॉर्डर लगा दिया गया है। इसमें बंद कमरे की बातें रिकार्ड हो जाएंगी और कोई घटना होने पर बातचीत के आधार पर भी सही-गलत का पता आसानी से लगाया जा सकेगा।
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