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Wednesday, October 9, 2024

दिव्यांग छात्रों को प्री-मैट्रिक, पोस्ट-मैट्रिक, और उच्च श्रेणी शिक्षा छात्रवृत्ति योजना के तहत आवेदन का मौका, देखें विज्ञप्ति

दिव्यांग छात्रों को प्री-मैट्रिक, पोस्ट-मैट्रिक, और उच्च श्रेणी शिक्षा छात्रवृत्ति योजना के तहत आवेदन का मौका, देखें विज्ञप्ति 


भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग ने वर्ष 2024-25 के लिए दिव्यांग छात्रों को प्री-मैट्रिक, पोस्ट-मैट्रिक, और उच्च श्रेणी शिक्षा छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रवृत्ति प्रदान करने की घोषणा की है। यह पहल दिव्यांग छात्रों के शैक्षिक सशक्तिकरण और उनकी उच्च शिक्षा में वित्तीय सहायता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है।


योजना का विवरण:
यह योजना उन छात्रों के लिए है जो न्यूनतम 40% दिव्यांगता के साथ दिव्यांगता प्रमाण पत्र प्राप्त कर चुके हैं। इसके लिए यूडीआईडी (विशिष्ट दिव्यांगता पहचान) या यूडीआईडी नामांकन संख्या अनिवार्य है। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है, जिसे राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (www.scholarships.gov.in) या मोबाइल ऐप के माध्यम से पूरा किया जा सकता है।


महत्वपूर्ण तिथियां:

प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति: आवेदन 30 जून 2024 से शुरू हो गए हैं और इसकी अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2024 है।

पोस्ट मैट्रिक और उच्च श्रेणी शिक्षा छात्रवृत्ति: आवेदन 30 जून 2024 से 31 अक्टूबर 2024 तक स्वीकार किए जाएंगे।


नवीनीकरण और स्लॉट की सीमा:
नए आवेदन केवल नवीकरण प्रक्रिया के बाद शेष स्लॉट्स के आधार पर ही स्वीकार किए जाएंगे। यह ध्यान में रखना जरूरी है कि पात्रता मानदंडों को पूरा करने के बावजूद स्लॉट की सीमित संख्या के कारण हर आवेदन को छात्रवृत्ति का लाभ नहीं मिलेगा। महिला उम्मीदवारों के लिए 50% आरक्षण का प्रावधान किया गया है, जिससे लैंगिक समानता को भी ध्यान में रखा गया है।

इस पहल के माध्यम से सरकार दिव्यांग छात्रों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करते हुए उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है।

Wednesday, November 29, 2023

आंगनबाड़ी से दिव्यांग बच्चों की देखभाल के लिए एक राष्ट्रीय प्रोटोकॉल लॉन्च

आंगनबाड़ी से दिव्यांग बच्चों की देखभाल के लिए एक राष्ट्रीय प्रोटोकॉल लॉन्च


नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने मंगलवार को दिव्यांग बच्चों पर नजर रखने और उनकी मदद करने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने के लिए एक राष्ट्रीय प्रोटोकॉल लॉन्च किया। महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह पहली बार है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इस मुद्दे पर जागरूकता का फैलाएंगी।


दिव्यांग बच्चों के लिए आंगनवाड़ी प्रोटोकॉल के शुभारंभ के बाद ईरानी ने कहा, अगर हम इसे सामुदायिक नजरिए से देखें, तो यह हमारे समुदाय में एक मूक क्रांति है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, पहली बार, आंगनबाड़ियों की बहनें जागरूकता फैलाएंगी कि दिव्यांगता समाज के लिए एक चुनौती नहीं है, बल्कि समाज के लिए एक बच्चे की मदद करने का एक अवसर है। 


उन्होंने कहा मानसिकता को बदलने की जरूरत है। सरकार का यह कदम इसी दिशा में प्रयास है। स्मृति ईरानी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 दिव्यांग छात्रों को मुख्यधारा के स्कूलों में शामिल करने को प्राथमिकता देने पर जोर देती है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों के बारे में जमीनी स्तर का डेटा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से उपलब्ध हो जाएगा, और पोषण ट्रैकर के माध्यम से बच्चों को आगे ट्रैक किया जा सकता है।



बच्चों की बेहतरी पहली प्राथमिकता

आंगनबाड़ी केंद्रों में दिव्यांग बच्चों की जरूरत के हिसाब से आधारभूत ढाँचे का निर्माण भी होगा। इस प्रोटोकॉल का मुख्य उद्देश्य यह है कि जोखिम वाले या दिव्यांगता या देरी से विकास करने वाले शिशुओं और छोटे बच्चों के लिए प्रारंभिक हस्तक्षेप, विशेष सहायता और सेवाओं के माध्यम से बच्चों की सेहत और अन्य जरूरतों में समग्र सुधार हेतु कदम उठाये जायें।

 महिला बाल विकास मंत्रालय का कहना है कि परिवार और सामुदायिक जीवन में दिव्यांग बच्चों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए परिवारों और समुदायों को शिक्षित करने और इस काम में उनकी मदद करने की आवश्यकता है। प्रोटोकॉल इस लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा।

Friday, December 18, 2020

69000 भर्ती में दिव्यांग आरक्षण का पालन नहीं, विरोध में धरना अभी भी है जारी

69000 शिक्षक भर्ती में दिव्यांग आरक्षण की गड़बड़ी को लेकर धरना जारी

69000 भर्ती मामले में दिव्यांग अभ्यर्थियों के धरने के समर्थन में पहुंच रहे दूसरे संगठन

69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में नया विवाद, आरक्षण नियमानुसार लागू नहीं करने का आरोप

69000 भर्ती में दिव्यांग आरक्षण का पालन नहीं, विरोध में धरना अभी भी है जारी 

69000 शिक्षक भर्ती में आरपीडब्ल्यूडी एक्ट का पालन नहीं
प्रयागराज। 69000 सहायक अध्यापक भर्ती में आरक्षण के मानकों का पालन नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए दिव्यांग अभ्यर्थियों का धरना कड़ाके की ठंड के बीच सोमवार को जारी रहा। 

दिव्यांग अभ्यर्थियों का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से दिव्यांग आरक्षण (आरपीडब्ल्यूडी ऐक्ट ) 2016 का पालन नहीं किया गया है। दिव्यांग अभ्यर्थी 69000 शिक्षक भर्ती में पिछली भर्तियों की बैकलाग सीटों को जोड़ने की मांग कर रहे हैं। इन अभ्यर्थियों का कहना हैं कि भर्ती में दिव्यांगों को चार फीसदी आरक्षण दिया जाए।


 सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने दिव्यांग अभ्यर्थियों की ओर से उपलब्ध कराए गए प्रस्ताव को महानिदेशक स्कूल शिक्षा को भेज दिया है। धरना देने बालों में राष्ट्रीय दिव्यांग मोर्चा के लवलेश सिंह उपेन्द्र कुमार मिश्रा, धनराज आदि शामिल रहे।

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प्रयागराज : सूबे के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में नया विवाद शुरू हो गया है। दिव्यांग अभ्यर्थियों ने भर्ती के दौरान दिव्यांग आरक्षण के नियम का पालन न करने का आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि बेसिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन पांच दिसंबर, 2018 को जारी किया गया। लिखित परीक्षा छह जनवरी, 2019 को आयोजित की गई। इसके बाद रिजल्ट 12 मई, 2020 को जारी हुआ। भर्ती प्रक्रिया में अनंतिम सूची एक जून, 2020 को जारी की गई थी। इसमें विभाग की ओर से दिव्यांग आरक्षण आरआरडब्लूडी एक्ट 2016 का पालन नहीं किया गया।


बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर अनिश्चितकालीन प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि भर्ती प्रक्रिया के दो चरण पूर्ण हो चुके हैं। दोनों चरणों में दिव्यांग आरक्षण का हनन किया जा रहा है। इससे दिव्यांग प्रतियोगियों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। वक्ताओं ने 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरपीडब्लूडी एक्ट 2016 का पालन करते हुए चार प्रतिशत आरक्षण लगाने की मांग की। सुनने व देखने से वंचित दिव्यांगजनों की बची सीटों को अन्य दिव्यांगों से भरने, पिछली भर्तियों की 1,350 बैकलाग की सीटों बेसिक शिक्षक भर्ती में जोड़ने की मांग की। प्रदर्शन में उपेंद्र कुमार मिश्र, शिवेंद्र कुमार सिंह, कमलेश यादव, दीपेन्द्र कुमार वर्मा, प्रदीप कुमार शुक्ल शामिल रहे।


प्रयागराज। 69000 सहायक अध्यापक भर्ती में आरक्षण के मानकों का पालन नहीं किए जाने के विरोध में दिव्यांग अभ्यर्थियों का धरना छठें दिन भी शनिवार को जारी रहा। शिक्षक भर्ती में मौका नहीं मिलने से नाराज दिव्यांग अभ्यर्थियों के समर्थन में राष्ट्रीय दिव्यांग मोर्चा के लवलेश सिंह ने पहुंचकर समर्थन किया। इससे पहले इस आंदोलन को श्रीनारायण यादव का समर्थन मिल चुका है। दिव्यांग अभ्यर्थियों का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से दिव्यांग आरक्षण 2016 का पालन नहीं किया गया है।


प्रयागराज। परिषदीय विद्यालयों के लिए 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के लिए एक जून को 2020 को जारी परिणाम में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से दिव्यांग आरक्षण (आरपीडब्लूडी ऐक्ट) 2016 का पालन नहीं किया गया है।


शिक्षक भर्ती में आरक्षण की मांग को लेकर दिव्यांग अभ्यर्थी पिछले चार दिन से सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर धरना दे रहे हैं। दिव्यांग अभ्यर्थियों का आरोप है कि भर्ती प्रक्रिया में दिव्यांग आरक्षण के मानकों का हनन किया गया है। दिव्यांग अभ्यर्थी 69000 शिक्षक भर्ती में पिछली भर्तियों की बैकलाग सीटों को जोड़ने की मांग कर रहे हैं।

Sunday, July 19, 2020

दिव्यांगों के लिए ऑनलाइन शिक्षा बनी आफत, 43 प्रतिशत छात्र छोड़ सकते हैं पढ़ाई

दिव्यांगों के लिए ऑनलाइन शिक्षा बनी आफत, 43 प्रतिशत छात्र छोड़ सकते हैं पढ़ाई


ऑनलाइन शिक्षा में आ रही दिक्कतों के कारण करीब 43 प्रतिशत दिव्यांग बच्चे पढ़ाई छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है।


दिव्यांग लोगों के अधिकारों के लिए काम करने वाले एक संगठन ने मई में ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, चेन्नई, सिक्किम, नगालैंड, हरियाणा और जम्मू कश्मीर में यह सर्वेक्षण किया। इसमें छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों समेत कुल 3,627 लोगों ने भाग लिया। सर्वेक्षण के अनुसार 56.5 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों को मुश्किलें आ रही हैं तब भी वे रोजाना कक्षाएं ले रहे हैं। जबकि 77 प्रतिशत छात्रों ने कहा कि वे दूरस्थ शिक्षा के तरीकों से वाकिफ नहीं होने के कारण पढ़ाई नहीं कर पाएंगे।


सर्वेक्षण में पाया गया कि 56.48 प्रतिशत छात्र अपनी पढ़ाई जारी रख रहे हैं,जबकि बाकी के 43.52 प्रतिशत छात्र पढ़ाई छोड़ने का मन बना रहे हैं। इसमें कहा गया कि 39 प्रतिशत दृष्टिबाधित छात्र कई छात्रों के साथ बात करने के कारण विषयों को समझने में सक्षम नहीं हैं। करीब 44 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों ने शिकायत की कि वेबीनार में सांकेतिक भाषा का कोई दुभाषिया मौजूद नहीं होता।


86 फीसदी बच्चे तकनीक का इस्तेमाल नहीं जानते
86 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि वे तकनीक का इस्तेमाल करना नहीं जानते । करीब 81 फीसदी शिक्षकों ने कहा कि उनके पास दिव्यांग छात्रों तक पहुंचाने के लिए शिक्षण सामग्री नहीं है।


64 फीसदी के पास कंप्यूटर या स्मार्टफोन नहीं
सर्वेक्षण में शिक्षकों ने कहा कि 64 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों के पास घर में स्मार्टफोन या कंप्यूटर नहीं है। 67 प्रतिशत छात्रों ने कहा कि उन्हें ऑनलाइन शिक्षा के लिए टैब या कंप्यूटर की आवश्यकता है। 74 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों ने कहा कि उन्हें पढ़ाई के लिए डेटा/वाईफाई की आवश्यकता है जबकि 61 प्रतिशत ने सहायक की आवश्यकता बताई।

सभी दिव्यांग को एक समूह में नहीं रख सकते : 
संगठन के मुताबिक सभी दिव्यांग बच्चों को एक समूह में नहीं रखा जा सकता क्योंकि उनमें अलग-अलग शारीरिक अक्षमताएं होती हैं। इसलिए उनकी जरूरतें भी अलग-अलग होती हैं। सर्वेक्षण के आधार पर तैयार की गई एक रिपोर्ट में कोविड-19 वैश्विक महामारी के वक्त नीतिगत बदलावों और आवश्यक संशोधनों की सिफारिश की है।

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KVK Recruitment 2020 : स्नातक पास के लिए कृषि विज्ञान केंद्र में सहायह के पदों पर भर्ती
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लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्ली | Published By: Alakha Singh
Updated: Sat, 18 Jul 2020 06:55 PM

अ+अ-
KVK Recruitment 2020 : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में संचालित कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) निश्चित वेतन में संविदा पर सहायक ग्रेड-I, सहायक ग्रेड -II, वाहन चालक और चपरासी के पदों पर आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। योग्य व इच्छुक उम्मीदवार आगे दिए पदें पर साधारण डाक सा स्पीड पोस्ट या पंजीकृत डाक से आवेदन पत्र भेज सकते हैं। आवेदन प्रारूप व शर्तों से संबंधित अधिक जानकारी के लिए www.igau.edu.in पर जाकर देखी जा सकती है। आवेदकों को सलाह है कि आवेदन करने से भर्ती नोटिफिकेशन जरूर पढ़ें।

आवेदन भेजने का पता - वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र, रायपुर कृषक नगर, जोरा-492012।

आवेदन भेजने की आखिरी तारीख- आवदेन 14 अगस्त 2020 को शाम पांच बजे से पहले पहुंच जाना चाहिए।

शैक्षिक योग्यता-
सहायक के आवेदन के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक होना चाहिए। साथ ही डेटा एंट्री ऑपरेटर या प्रोग्रामिंग में एक वर्षीय डिप्लोमा भी होना चाहिए।

वाहन चालक के लिए आवेदक को 8वीं पास होना व हल्के वाहन परिचालन का लाइसेंस होना जरूरी है। वहीं चपरासी के लिए योग्यता पांचवी पास है।


वेतनमान-
सहायक ग्रेड-I - 20900 रुपए
सहायक ग्रेड -II - 18420 रुपए
वाहन चालक - 14200 रुपए
चपरासी - 11360 रुपए

रिक्तियों की कुल संख्या- 04

भर्ती नोटिफकेशन - KVK Recruitment 2020 Notification

वेबसाइट - www.igau.edu.in
 

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Wednesday, January 15, 2020

हाथरस : विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों हेतु मेडिकल एसेसमेंट कैम्प के आयोजन के सम्बन्ध में

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Saturday, December 7, 2019

महराजगंज : राजकीय अधिकारियों/कर्मचारियों के अनुमन्य दिव्यांग भत्ते तत्काल प्रभाव से पुनरीक्षित किये जाने के सम्बन्ध में बीएसए ने वित्त एवं लेखाधिकारी को लिखा पत्र

महराजगंज : राजकीय अधिकारियों/कर्मचारियों के अनुमन्य दिव्यांग भत्ते तत्काल प्रभाव से पुनरीक्षित किये जाने के सम्बन्ध में बीएसए ने वित्त एवं लेखाधिकारी को लिखा पत्र।