DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर लख़नऊ वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Tuesday, August 12, 2025

डीएलएड प्रवेश प्रक्रिया फंसी, अर्हता पर निर्णय नहीं

डीएलएड प्रवेश प्रक्रिया फंसी, अर्हता पर निर्णय नहीं



 लखनऊ। निजी कॉलेजों में चलाए जाने वाले डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) कोर्स में नए सत्र में अब तक प्रवेश प्रक्रिया नहीं शुरू हो पाई है। इसका कारण प्रवेश के लिए अर्हता पर निर्णय न होना बताया जा रहा है। इससे युवाओं में ऊहापोह की स्थिति है।


 डीएलएड में स्नातक पास छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने इसकी अर्हता इंटरमीडिएट तय की थी। इसके बाद कुछ अभ्यर्थी न्यायालय चले गए। फिलहाल अर्हता को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। प्रदेश में 2400 कॉलेजों में 2.34 लाख सीटें हैं। 


निजी कॉलेजों का कहना है कि नए सत्र के चार महीने बीत गए हैं, अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं की गई। प्रवेश को लेकर भी निर्देश नहीं जारी किए गए। सरकार चाहे तो स्नातक पास को ही प्रवेश देने की पुरानी व्यवस्था लागू कर सकती है। इस पर जल्द निर्णय लिया जाए नहीं तो प्रवेश के लिए अभ्यर्थी नहीं मिलेंगे। 

No comments:
Write comments