DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर लख़नऊ वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़
Showing posts with label संशोधन. Show all posts
Showing posts with label संशोधन. Show all posts

Wednesday, September 20, 2023

10वीं-12वीं के आवेदन में संशोधन को खोली वेबसाइट

10वीं-12वीं के आवेदन में संशोधन को खोली वेबसाइट

प्रयागराज : 2024 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पहली बार यूपी बोर्ड ने छात्र-छात्राओं के विवरण में ऑनलाइन संशोधन के लिए वेबसाइट खोल दी है। पहले प्रयागराज, मेरठ, वाराणसी, बरेली और गोरखपुर क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से ऑफलाइन संशोधन होता था। विद्यार्थियों के हित में बदलाव करते हुए एक महीने के लिए बोर्ड की वेबसाइट खोल दी गई है, ताकि सभी विवरणों जैसे नाम, माता/पिता का नाम, जन्मतिथि, जेंडर, जाति, फोटो एवं विषय आदि को संशोधित किया जा सके।


बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया है कि वेबसाइट पर अपलोड 10वीं-12वीं के छात्र-छात्राओं के विवरणों की अभिलेखों से भली-भांति जांच कर लें। अभिभावकों से भी चेकलिस्ट की जांच करा ली जाए। किसी प्रकार की त्रुटि मिलने पर उसे वेबसाइट पर तत्काल संशोधित/अपडेट करा दें। इसके बाद संशोधन का अवसर नहीं मिलेगा।

199 कॉलेज परीक्षा से हो चुके डिबार

छात्र-छात्राओं के विवरण में समय से संशोधन न होने के कारण पिछले सालों की परीक्षा में काफी कठिनाइयां पैदा हुई थीं। पूर्व के वर्षों में कुछ प्रधानाचार्य छात्र-छात्राओं का विवरण अपलोड नहीं करते थे और बाद में उन्हें परीक्षा में सम्मिलित कराने के लिए अंतिम अनुक्रमांक की मांग करते थे। 2020 से 2022 तक की परीक्षा में नियम विरुद्ध अंतिम अनुक्रमांक मांगने वाले दोषी प्रधानाचार्यों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए उनसे संबंधित 199 विद्यालयों को डिबार कर दिया गया था।