प्रदेश में शिक्षा आयोग का गठन किया जाए, ताकि स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावक अपनी शिकायत दर्ज करवा सकें। राजधानी में बड़ी संख्या में ऐसे स्कूल हैं जिन्होंने 10 प्रतिशत से अधिक ट्यूशन फीस में बढ़ोतरी कर दी है। ऐसे में इन स्कूलों के खिलाफ अभिभावक लामबंद होकर आंदोलन चलाएंगे। यह घोषणा सामाजिक कार्यकत्र्ता डॉ. संदीप पांडेय ने की। नरही स्थित मजदूर लोहिया भवन में अभिभावकों के साथ हुई बैठक में की। डॉ. संदीप पांडेय ने बताया कि एक निजी स्कूल 80 प्रतिशत से कम अंक लाने वाले विद्यार्थियों से दोबारा एडमिशन फीस मांगकर उन्हें दंड दे रहा है। आखिर यह कहां का नियम है। डॉ. पांडेय ने कहा कि राजधानी में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत बहुत कम दाखिले हो रहे हैं, जो चिंताजनक है। काफी आवेदन फॉर्म निरस्त किए जा रहे हैं, इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने एक समान शिक्षा प्रणाली पूरे देश में लागू करने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने बताया कि स्कूलों के खिलाफ शिकायत वह मुख्यमंत्री व बाल संरक्षण आयोग से कर चुके हैं और शिक्षा आयोग के गठन की मांग कर चुके हैं। नींव संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम के संयोजक प्रवीण कुमार ने बताया कि स्कूलों ने मनमाने ढंग से फीस बढ़ाई है। ऐसे में इनके खिलाफ अभिभावक प्रदर्शन करेंगे।
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