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Friday, July 8, 2016

फर्रुखाबाद : क्यों नहीं है 50 बच्चों का स्कूलों में नामांकन, होगा निरीक्षण, पांच से अधिक अध्यापकों वाले परिषदीय विद्यालय भी चिन्हित

स्कूल चलो अभियान के बावजूद कई परिषदीय विद्यालयों में छात्र संख्या घट रही है। निशुल्क पाठ्य पुस्तकें, दो सेट यूनीफार्म, मध्याह्न भोजन और उसमें दूध व फल भी। फिर भी अभिभावक सरकारी स्कूलों से मुंह मोड़ रहे हैं। इस पर हैरान शासन ने 50 से कम नामांकन वाले विद्यालयों में बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारियों से निरीक्षण कराने का फैसला लिया है। इन विद्यालयों की रिपोर्ट आन लाइन मांगी गई है। परिषदीय विद्यालयों की छात्र संख्या व अन्य सुविधाओं की उपलब्धता का विवरण यूनीसर्वल डायस (यू-डायस) में अपलोड किया गया था। इसमें कई विद्यालयों की छात्र संख्या 50 से कम है। कुछ विद्यालय तो ऐसे हैं, जहां 20 बच्चों का भी नामांकन नहीं है। नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय घोड़ा नखास में तो महज 13 बच्चे ही हैं। प्राथमिक विद्यालय तलैया लैन व नगला दीना में 40 का ही नामांकन है। ग्रामीण क्षेत्र में भी कई स्कूलों में 20 से 50 बच्चे ही नामांकित हैं। शिक्षा निदेशक बेसिक दिनेश बाबू शर्मा की ओर से बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि शासन द्वारा की गई समीक्षा में कतिपय विद्यालयों में अत्यधिक कम नामांकन को असंतोषजनक माना गया है। स्कूल चलो अभियान चलाए जाने के बावजूद इतनी कम छात्र संख्या हैरानी भरी है। पचास से कम नामांकन वाले स्कूलों का अभियान चलाकर निरीक्षण कर छात्र संख्या बढ़ाई जाए। सात अगस्त तक रिपोर्ट भेजने को कहा गया। पांच से अधिक शिक्षकों वाले स्कूल भी चिन्हित: पांच से अधिक अध्यापकों वाले परिषदीय विद्यालय भी चिन्हित किए गए हैं। इन स्कूलों का अगस्त में निरीक्षण होगा। निरीक्षण रिपोर्ट 7 सितंबर तक आन लाइन भेजनी होगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप चौधरी ने बताया कि निर्धारित अवधि में इन स्कूलों का निरीक्षण कर सुधारात्मक प्रयास सुनिश्चित किए जाएंगे।

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