महराजगंज : सरकार बच्चों के 6-14 वर्ष उम्र तक की शिक्षा पर सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्रत्येक वर्ष करोड़ों रूपये खर्च कर विद्यालयों को चाक चौबन्द कर रही है। जबकि वहीं परिषदीय विद्यालयो में छात्रों की संख्या निजी विद्यालयों की अपेक्षा कम है। वहीं बिना मान्यता के बेखौफ चल रहे प्राइवेट विद्यालय जिनके पास न तो मानक अनुरूप अध्यापक हैं और न ही भवन इसके बावजूद भी उनकी मुंहमांगी फीस ये विद्यालय इसे अपनी कमाई का जरिया बना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जबकि इन पर लगाम कसने वाला विभाग मौन है।
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