साक्षर भारत अभियान के तहत बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात शिक्षा प्रेरक मानदेय विसंगतियों के अलावा विभिन्न समस्याओं को लेकर आंदोलित हैं। शनिवार को कलेक्ट्रेट के निकट बैठक के दौरान आगामी 18 जुलाई को दिल्ली में होने वाले धरना-प्रदर्शन की रणनीति तय की। जिलाध्यक्ष राहुल पांडेय ने जनपद से बड़ी संख्या में शिक्षा प्रेरकों को दिल्ली कूच करने का आह्वान किया। बैठक का संचालन करते हुए जिला मंत्री वीरेंद्र ने कहा कि विगत छह माह से मानदेय बाधित होने से आर्थिक संकट खड़ा हो गया गया है। सबसे अहम बात है कि मानदेय के नाम पर भी युवा शक्ति का मखौल उड़ाया जा रहा है। दो हजार रुपये मिलने वाले मानदेय के स्थान पर संगठन ने 16 हजार रुपये मानदेय दिलाए जाने की मांग बुलंद की है। बताया गया कि शासन की ओर से शिक्षित प्रेरकों को मनरेगा श्रमिकों से कम दैनिक मजदूरी दी जा रही है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि शासन से निर्देश मिलने के बाद भी मानदेय बैंक खाते में नहीं भेजकर विभागीय अधिकारी मनमनी कर रहे हैं। इसके अलावा महिला शिक्षा प्रेरकों को मातृत्व अवकाश तथा प्रेरकों को शीघ्र प्रशिक्षण देकर प्रमाणपत्र निर्गत किए जाने की मांग हुई। बैठक में देवेंद्र यादव, संतोष, पारसनाथ राना, मायाराम, अंजनी कुमार, अजीत, जावेद आलम, डॉ. हौसिला, प्रियंका, किरन सिंह, मधुबाला, धर्मेंद्र, रामआशीष आदि मौजूद रहे।
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