हाथरस : बेसिक शिक्षा के स्कूलों में बालिकाओं की संख्या को बढ़ाने के लिए मीना मंचों का गठन किया गया था, ताकि लोगों को जागरूक करके अधिक से अधिक बालिकाओं को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके, लेकिन मीना के जन्मदिन के मौके पर तमाम स्कूलों में कोई आयोजन नहीं हुआ। सिर्फ कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में मीना का जन्मदिन बेहतर ढंग से मनाया गया। 1प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मीना मंच का गठन कराने के लिए पूर्व में ही दिशा निर्देश जारी कर दिए गए थे। वहीं कई साल पूर्व विद्यालयों में रेडियो खरीदकर भेजे गए थे, ताकि मीना की कहानी बालिकाएं सुन सकें, लेकिन जिले के तमाम विद्यालयों में मीना मंच कागजों पर चल रहे हैं। न तो नियमित रेडियो पर प्रसारण सुनाया जाता है और न ही बालिकाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाता है। चौबीस सितंबर को मीना का जन्मदिन मनाया जाता है। शनिवार को तमाम प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में इस कार्यक्रम में लकीर पीटी गई। कस्तूरबा विद्यालयों में जरूर बेहतर ढंग से मीना का जन्मदिन मनाया गया। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हाथरस में वार्डन प्रतिभा भारद्वाज की देखरेख में बालिकाओं ने मीना का जन्मदिन मनाया और केक काटा। वहीं मीना के ऊपर कई नाटक पेश किए गए। बाल विवाह नहीं होने चाहिए, इस पर नाटक पेश किया गया। नाटक के जरिए ही बालिकाओं ने यह संदेश दिया गया कि बदलते समय में लड़का और लड़की के संग एक जैसा व्यवहार परिवारीजनों को करना चाहिए। 1कार्यक्रम में शिक्षिका सुनीता कुमारी, नीलू कुलश्रेष्ठ, नीरू सक्सेना, रूबी कुमारी आदि मौजूद थीं। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हसायन में वार्डन निर्मल वर्मा की मौजूदगी में मीना का जन्मदिन मनाया गया। बालिकाओं ने नाटक के जरिए मीना की कहानियों का मंचन किया। इस दौरान वार्डन निर्मल वर्मा, वर्षा नराइच, सत्यवती, योगेन्द्र पाल, मोहनसिंह आदि मौजूद रहे।कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में मीना के जन्मदिन पर केक काटतीं शिक्षिकाएं व बच्चियां। जागरण
No comments:
Write comments