परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा का बेहतर माहौल बनाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी डा. मन्नान अख्तर की पहल रंग लाने लगी है। उनकी तैयार की गई प्लानिंग के तहत प्रथम चरण में बीएसए ने शुक्रवार को नगर संसाधन केंद्र गोरखपुर में शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। इस दौरान उन्होंने सीडीओ की डायरी पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही डायरी से होने वाले लाभ को भी रेखांकित किया।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश यादव ने ‘शैक्षिक दक्षता समृद्धि हेतु संवर्धन’ प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्देश्य, उपयोगिता और प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि डायरी प्रत्येक शिक्षक के पास अनिवार्य रूप से रहेगी। इसका मुख्य उद्देश्य शैक्षिक गतिविधियों को व्यवस्थित रूप से संचालित करना है। डायरी में शिक्षक प्रत्येक दिन की गतिविधियों को दर्ज करेंगे। इससे विद्यालय की शैक्षिक गतिविधियों के नियोजन में मदद मिलेगी। पठन-पाठन के दौरान छात्रों के साथ किए जाने वाले कार्यो का भी उल्लेख होता रहेगा। अच्छे शिक्षक ब्लाक, तहसील और जिला स्तर पर पुरस्कृत किए जाएंगे। बीएसए ने बताया कि डायरी प्रत्येक शिक्षक के कार्य का दर्पण होगी। इससे शिक्षकों के कार्य व्यवहार का भी पता चलता रहेगा।
नगर शिक्षा अधिकारी ब्रह्मचारी शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए नगर क्षेत्र के शैक्षिक गतिविधियों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में घंटी के अनुसार ही विषयवार पढ़ाई होगी। इससे शैक्षिक वातावरण तो बनेगा ही, आसपास के माहौल में विद्यालय के व्यवस्थित ढंग से संचालित हाने का संदेश भी जाएगा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के वरिष्ठ प्रवक्ता जय प्रकाश ने शैक्षिक गुणवत्ता और नवाचार पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रार्थना स्थल को शैक्षिक गतिविधि के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है। विद्यालयों में प्रत्येक दिन सभा का आयोजन किया जाए। कार्यशाला में सह समन्वयक सुधा मिश्र, बृजनंदन प्रसाद और अर्चना श्रीवास्तव सहित नगर क्षेत्र के 50 परिषदीय शिक्षक मौजूद थे। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा के उन्नयन के लिए मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षकों के लिए ‘डायरी’ बनाई है।प्रशिक्षण देते जयप्रकाश व उपस्थित बीएसए ओम प्रकाश यादव, नगर शिक्षा अधिकारी।डायट कार्यालय में प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षिकाएं।
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