विद्यालयों में बच्चों को बाल अधिकारों का पाठ तो पढ़ाया ही जाएगा, किसी आपात स्थिति में उन्हें मदद लेने के लिए हेल्प लाइन नंबर की भी जानकारी दी जाएगी। हर विद्यालय में चाइल्ड हेल्प लाइन से लेकर नियंत्रण कक्ष तक के नंबर दीवारों पर लिखवाए जाएंगे।
बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए बाल संरक्षण आयोग तक गठित है और उसी की तरफ से समय समय पर दिशा निर्देश जारी होते रहते हैं। हाल में ही जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें बच्चों को उनके अधिकारों के साथ ही किसी आपात स्थिति का सामना करने के लिए नंबरों की जानकारी देने का निर्णय लिया गया था। डीएम ने बीएसए को सभी ब्लाकों के विद्यालयों में आवश्यक मोबाइल नंबर दर्ज कराने का आदेश दिया था। उसी क्रम में बीएसए मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को जारी आदेश में विद्यालयों की दीवारों पर चाइल्ड हेल्प लाइन का नंबर 1098, महिला हेल्प लाइन का नंबर 1090, आशा ज्योति केंद्र का नंबर 181 व पुलिस नियंत्रण कक्ष का नंबर 100 दर्ज कराया जाएगा। बच्चों की आंखों के सामने रोजाना नंबर पड़ेंगे तो वह याद रखेंगे और जरूरत पड़ने पर मदद कर सकेंगे।
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