संवादसूत्र, गोंडा : सरकार लोगों के घर में शौचालय बनवाने के लिए अपील कर रही है लेकिन सरकारी स्कूल में ही शौचालय नहीं है। यह एक ऐसी विडंबना है, जिसने एक व्यवसायी को झकझोर कर रख दिया। जब पंचायत ने ध्यान नहीं दिया तो खुद के पैसे से स्कूल में बच्चों के लिए शौचालय बनवाने का संकल्प लिया। पहले शिक्षा विभाग से शौचालय बनवाने की अनुमति ली, इसके बाद दो यूनिट शौचालय बनवाया। फिलहाल, अफसरों ने स्कूल में शौचालय दान करने वाले घनश्याम जायसवाल को सम्मानित करने का फैसला किया है। 1पंचायत ने नहीं किया समाधान तो खुद आए आगे: बेसिक शिक्षा विभाग ने तरबगंज ब्लॉक की ग्राम पंचायत रामापुर के बघईपुरवा के समीप प्राथमिक स्कूल रघुनाथ का निर्माण कराया था। स्कूल परिसर में शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया। शिक्षा सत्र 2016-17 में यहां पढ़ाई भी शुरू हो गई। स्कूल में शौचालय न होने से बच्चों के साथ ही शिक्षकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। कई बार ये मामला पंचायत के पास भी पहुंचा, लेकिन समाधान नहीं हो सका। इसकी जानकारी कस्बे में रहने वाले युवा व्यवसायी घनश्याम जायसवाल को मिली। इसके बाद उन्होंने खुद के पैसे से स्कूल में शौचालय बनवाने का फैसला किया। 16 मई को बेसिक शिक्षा विभाग से स्कूल में शौचालय निर्माण कराने की अनुमति मांगी। अनुमति मिलने के बाद उन्होंने जून माह में कार्य शुरू करा दिया। स्कूल परिसर में शौचालय की छतें पड़ चुकी हैं। घनश्याम ने बताया कि शौचालय के साथ ही स्कूल की सुरक्षा के लिए एक गेट, यूरिनल, पानी की टंकी भी लगवाई जाएगी। पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण भी कराया जाएगा। जिसपर औसतन 70 हजार रुपये खर्च होंगे। एक जुलाई से पहले शौचालय में सारी सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी।
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