इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 2009 स्नातक शिक्षक का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है लेकिन, सभी जिलों से रिक्त पदों की रिपोर्ट न आने से अभ्यर्थियों का कालेज आवंटन अभी अधर में अटका है। करीब दस पदों की सूचनाएं आते ही अभ्यर्थियों को बुलाकर उनके सामने ही कालेज आवंटित होंगे। माना जा रहा है कि प्रक्रिया इसी माह के तीसरे सप्ताह में पूरी होगी।
चयन बोर्ड में 2009 सामाजिक विज्ञान के स्नातक शिक्षकों के चयन की लंबी प्रक्रिया चली। अभ्यर्थियों ने प्रश्नों के गलत जवाब को लेकर हाईकोर्ट से लेकर शीर्ष कोर्ट तक लड़ाई लड़ी। सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद बीते 26 दिसंबर को चयन बोर्ड ने शासन से अनुमति लेकर उत्तरपुस्तिकाओं के तीसरे मूल्यांकन का परिणाम जारी किया। इसमें तय पदों से अधिक 122 नए अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। कोर्ट ने पूर्व में चयनित अभ्यर्थियों को प्रभावित न करने का भी आदेश दिया है। इन्हीं विषयों के रिक्त पदों पर नए अभ्यर्थियों को समायोजित करने के निर्देश हैं। इसीलिए चयन बोर्ड कालेज आवंटन में देरी कर रहा है।
सभी जिलों से रिक्त पदों की सूचनाएं मंगाई गई है। अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक कालेजों में अब तक करीब 110 पद रिक्त होने की सूचना चयन बोर्ड मुख्यालय को मिल गई है। अन्य पदों की सूचना आने का इंतजार किया जा रहा है। वह पूरी होते ही कालेज आवंटित करने का कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। इस मामले में शासन व चयन बोर्ड तेजी से लगा है इसलिए प्रक्रिया हर हाल में जनवरी माह के तीसरे सप्ताह में ही पूरी होने की उम्मीद है। चयन बोर्ड ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से अन्य रिक्त पदों का भी अधियाचन पहले ही मांग रखा है, क्योंकि करीब 600 अभ्यर्थी जो चयनित हो चुके हैं लेकिन, संबंधित कालेज में उन्हें नियुक्ति नहीं मिली है। हाईकोर्ट ने दूसरे कालेजों में रिक्त सीटों पर नियुक्त करने का आदेश दे चुका है।
■ स्नातक शिक्षक 2009 के 122 नए अभ्यर्थियों की तैनाती का मामला
■ सभी जिलों से नहीं आई रिपोर्ट, तीसरे सप्ताह तक आवंटन की उम्मीद
No comments:
Write comments