यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में नकल पर सख्ती करने के लिए इस बार कड़े उपाए किए जा रहे हैं। पिछले साल फर्जी कक्ष निरीक्षकों के मामले सामने आने के बाद इस बार शिक्षा विभाग पूरी तरह अलर्ट है। जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि इस बार कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी में लगे शिक्षकों के परिचय पत्र को आधार कार्ड से लिंक किया गया है। यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए राजधानी में 132 परीक्षा केंद्रों पर करीब छह हजार कक्ष निरीक्षक तैनात किए जाएंगे। अभी तक करीब चार हजार कक्ष निरीक्षकों का परिचय पत्र बनाया गया है।
खुद डीआइओएस एक-एक परिचय पत्र पर हस्ताक्षर कर उसका सत्यापन कर रहे हैं, अगर इसके बावजूद कोई गड़बड़ी हुई तो संबंधित स्कूल को गलत जानकारी देने और गुमराह करने के आरोप में सजा दी जाएगी। फर्जी कक्ष निरीक्षक को धोखाधड़ी करने के आरोप में जेल भेजा जाएगा। बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर आधार कार्ड से कक्ष निरीक्षकों का वेरीफिकेशन किया जाएगा। वहीं शिक्षकों की ड्यूटी के लिए जो चार्ट तैयार किया जा रहा है उसमें इस बात का विशेष ख्याल रखा जा रहा है कि शिक्षक की बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी दस किलोमीटर के दायरे में ही लगाई जाए। जिस विषय की परीक्षा होगी उस विषय के शिक्षक ड्यूटी पर नहीं लगाए जाएंगे दूसरे विषयों के शिक्षक कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी की जाएगी।
ड्यूटी लिस्ट शिक्षकों के नाम सहित केंद्रों पर भेजी जाएगी : डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक जिन शिक्षकों की ड्यूटी परीक्षा केंद्रों पर लगाई जाती थी उनकी केवल संख्या ही बताई जाती थी। मगर किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा न हो इसके लिए अब कक्ष निरीक्षक बने शिक्षकों का नाम सहित ब्योरा भेजा जाएगा। ताकि वेरीफिकेशन में कहीं कोई दिक्कत न हो।
फर्जी कक्ष निरीक्षक ड्यूटी न करें इसके लिए की गई व्यवस्था
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