इलाहाबाद : की 2018 परीक्षा से इम्तिहान छोड़ने वालों का आंकड़ा भले की रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंच चुका है लेकिन, यह अभी अंतिम नहीं है। शनिवार को कृषि शस्य विज्ञान व गृह विज्ञान जैसे विषयों से 2787 परीक्षार्थियों ने किनारा किया है। ऐसे में हाईस्कूल व इंटर में विज्ञान व गणित जैसे कठिन विषयों में परीक्षा छोड़ने का ग्राफ और ऊपर जाना लगभग तय है। वैसे भी परीक्षा शुरू होने के एक सप्ताह तक इम्तिहान से किनारा करने का सिलसिला जारी रहता है। 1माध्यमिक शिक्षा परिषद यानि की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा 2018 में नकल रोकने को लेकर बरती गई विशेष सख्ती अब धरातल पर दिख रही है। नकल के भरोसे परीक्षा की वैतरणी पार करने की जिन परीक्षार्थियों ने उम्मीदें पाल रखी थी वह मैदान छोड़ चुके हैं। स्थिति यह है कि परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पहले दिन महज एक लाख अस्सी हजार का आंकड़ा पांच दिन में ही बढ़कर दस लाख 47 हजार 406 हो गया है। इसमें हाईस्कूल के छह लाख 24 हजार 564 व इंटर के चार लाख 22 हजार 842 परीक्षार्थी शामिल हैं। परीक्षार्थियों ने इम्तिहान कितनी लचर तैयारियां की इसका अंदाजा सिर्फ इसी से लगाया जा सकता है कि शनिवार को हाईस्कूल में संगीत गायन का प्रश्नपत्र था, उसमें 91 ने परीक्षा छोड़ी, जबकि इंटर में गृह विज्ञान, कृषि शस्य विज्ञान सहित व्यावसायिक विषयों की परीक्षा में 2696 ने इम्तिहान छोड़ दिया। आगे की परीक्षा में हाईस्कूल व इंटर में कठिन विषय कहे जाने वाले अभी शेष हैं। शुक्रवार को हाईस्कूल में अंग्रेजी का पहला पेपर हुआ उसमें चार लाख परीक्षार्थी किनारा कर गए, अभी अंग्रेजी का दूसरा प्रश्नपत्र व गणित, विज्ञान में और इंटर के इन्हीं विषयों की रिपोर्ट का सभी को इंतजार है। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा है कि परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों से अभद्रता और भय का कहीं माहौल नहीं है, सिर्फ नकल नहीं होने दी जा रही है।
183 हजार पहले ही हो चुके बाहर : परीक्षा से पहले ही प्रशासन ने परीक्षा फार्मो की जांच में 83 हजार 753 परीक्षार्थियों को पहले ही बाहर कर दिया है, क्योंकि उनके अभिलेख सही नहीं थे। माना जा रहा था इस कार्रवाई के बाद परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या कम होंगी लेकिन, नकल का माहौल न मिलने पर परीक्षार्थी भाग रहे हैं। परीक्षा छोड़ने के ताजा आंकड़ों में यदि पहले बाहर हो चुके अभ्यर्थी जोड़ दिए जाएं तो यह संख्या 11 लाख 31 हजार 159 पहुंच रही है।
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