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Tuesday, June 10, 2025

बेसिक शिक्षा: म्यूचुअल तबादलों में शिक्षकों के बीच हुआ था लेन-देन, जांच में हुआ खुलासा, एक शिक्षक सस्पेंड, दूसरे मामलों की भी पुलिस कर रही जांच

बेसिक शिक्षा: म्यूचुअल तबादलों में शिक्षकों के बीच हुआ था लेन-देन, जांच में हुआ खुलासा, एक शिक्षक सस्पेंड, दूसरे मामलों की भी पुलिस कर रही जांच


लखनऊ : म्यूचुअल तवादलों में शिक्षकों के वीच लाखों की रकम के लेन-देन का खुलासा हुआ है। रामपुर और सहारनपुर के दो शिक्षकों के बीच लेन-देन की शिकायत जांच में सही पाई गई है। जांच के वाद असर सहारनपुर के शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस भी इस मामले में कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा ट्रांसफर में धोखाधड़ी और लेन-देन के अन्य मामलों की भी जांच चल रही है।


 शिक्षकों के वीच धोखाधड़ी और लेनदेन की खवर आने पर  सहारनपुर, रामपुर और मुजफ्फरनगर सहित कई जिलों में शिक्षकों की शिकायतों का उल्लेख किया गया था। खवर आने के के वाद सहारनपुर की बीएसए कोमल कुमारी ने नकुड़, सहारनपुर और रामपुर के सादात कदीम के वीईओ को जांच सौंपी थी। दोनों अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट वीएसए को सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार सहारनपुर के शिक्षक अमित राठी और रामपुर के शिक्षक रोकिल किरण के वीच रकम के लेन-देन की वात सही पाई  गई है।


 जांच में यह वात भी सामने आई है कि सहारनपुर के प्राथमिक विद्यालय रायपुर की इंचार्ज शिक्षिका सीमा रानी ने इन दोनों शिक्षकों को आपस में मिलवाया था। रिपोर्ट के आधार पर वीएसए सहारनपुर ने अमित राठी को सस्पेंड कर दिया है। मामले की शिकायत पुलिस को भी की गई है। पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है। वहीं महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने भी जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।


Thursday, May 29, 2025

तबादले के लिए धोखाधड़ी, ठगी और वसूली का खेल, बेसिक शिक्षकों के म्यूचुअल ट्रांसफर में एक-दूसरे से धोखाधड़ी के साथ मिल रही हैं अवैध वसूली की शिकायतें

तबादले के लिए धोखाधड़ी, ठगी और वसूली का खेल, बेसिक शिक्षकों के म्यूचुअल ट्रांसफर में एक-दूसरे से धोखाधड़ी के साथ मिल रही हैं अवैध वसूली की शिकायतें


लखनऊ : दो मामले तो ऐसे हैं, जो सामने आ गए। इनमें एक शिक्षक ने दूसरे की शिकायत की है और मामलों की जांच की जा रही है। खुद शिक्षकों का ही कहना है कि ऐसी शिकायतें बहुत हैं लेकिन सभी खुलकर सामने नहीं आना चाहते। कहीं पर रुपये के लेनदेन की शिकायत आ रही है तो कहीं पर आपस में दबाव बनाने की शिकायतें हैं। ये दो मामले तो ऐसे हैं, जहां खुद BSA को जांच के के आदेश करने पड़े और धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस तक पहुंची है।


ये है तबादले की प्रक्रिया

बेसिक शिक्षकों के म्यूचुअल तबादलों की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। जो प्रक्रिया  है, उसके अनुसार शिक्षकों से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट खोली गई। शिक्षकों ने तय समय में रजिस्ट्रेशन किए। सभी आवेदनों सत्यापन खंड शिक्षाधिकारियों ने किया। उसके बाद हर जिले के आवेदकों की पूरी लिस्ट BSA ऑफिस को भेज दी और फिर वेबसाइट पर अपलोड की गई।

 लिस्ट अपलोड होने के बाद शिक्षक यह देख सकेंगे कि दूसरे जिले से कौन शिक्षक उनके जिले में आना चाहता है। आपस में बात करके या लिस्ट देखकर वे अपने पसंदीदा तीन जिलों में पेयर बना सकते है, जिसके साथ पेयर बनाया उसके मोबाइल नंबर पर ओटीपी जाएगा। उससे पेयर बनाने वाला शिक्षक ओटीपी मांगेगा। वह ओटीपी दे देता है तो फिर वह पेयर बना लेगा। 


प्रक्रिया में भी हो सुधार'
इस तरह की शिकायतें अब शिक्षकों के बीच और विभाग में भी चर्चा का विषय बनी हैं। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह कहते हैं कि कुछ शिक्षक ऐसा करते हैं लेकिन इससे दूसरे शिक्षक का ही नुकसान होता है। मामले की ठीक से जांच होनी चाहिए और जो दोषी हो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही प्रक्रिया में भी कुछ ऐसे सुधार किए जाने चाहिए, जिससे किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका न हो। सहारनपुर की BSA कुमारी कामल कहती हैं कि मामले की शिकायत आने के बाद वह जांच करवा रही हैं। दोनों में से कौन शिक्षक गलत है, यह जांच के बाद ही पता चलेगा।


इस तरह के मामलों की जांच करवाई जाएगी। जो भी दोषी होगा सख्त कार्रवाई की जाएगी। कंचन वर्मा, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा



रामपुर के स्वार में एक प्राइमरी टीचर ने  सहारनपुर के एक शिक्षक से ऑनलाइन म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए उन्होंने ओटीपी मांगा। शिक्षक ने 12.20 लाख रुपये मांगे और ओटीपी शेयर नहीं किया। इस शिकायत पर सहारनपुर की बीएसए कुमारी कोमल ने सढ़ोली कदीम और नकुड़ ब्लॉक के दो बीईओ को जांच के आदेश दिए हैं।


मुजफ्फरनगर के एक शिक्षक ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। वहां के एसएसपी को पत्र लिखकर कि 26 मई को उनके मोबाइल पर एक कॉल आई। बीएसए ऑफिस का कर्मचारी बताकर उनसे ओटीपी मांगा। कहा कि उनकी सर्विस बुक में कुछ खामी है, वह ठीक करनी है। ओटीपी बताने के बाद उनको धोखाधड़ी का अंदेशा हुआ। छानबीन करने पर पता चला कि वह कॉल सहारनपुर के एक अपर प्राइमरी स्कूल के शिक्षक की थी। उस शिक्षक ने ओटीपी लेकर फर्जी तरीके से म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए उनके साथ जोड़ा बना लिया।



परस्पर तबादले के नाम पर ठगी-पैसा लेने का आरोप

बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से बुधवार को परस्पर तबादले का आदेश जारी कर दिया गया किंतु शिक्षकों की ओर से इसमें आपस में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। सहारनपुर में एक शिक्षक ने एक अन्य शिक्षक से परस्पर तबादले के लिए 12.20 लाख रुपये लेने और ओटीपी शेयर न करने का आरोप लगाया है। बीएसए सहारनपुर ने इस पर जांच कमेटी बना दी है। वहीं मुजफ्फरनगर में भी शिक्षक के साथ परस्पर तबादले के लिए जोड़ा बनाने में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है

Sunday, May 18, 2025

लंबा हो रहा बेसिक शिक्षकों के म्यूचुअल ट्रांसफर का इंतजार, बढ़ रही तारीख पर तारीख, डेढ़ महीने में आवेदनों का सत्यापन नहीं कर पाए BSA

लंबा हो रहा बेसिक शिक्षकों के म्यूचुअल ट्रांसफर का इंतजार, बढ़ रही तारीख पर तारीख, डेढ़ महीने में आवेदनों का सत्यापन नहीं कर पाए BSA


18 मई 2025
लखनऊ । बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय (जिले के वाहर) म्यूचुअल तवादलों के लिए 1 अप्रैल से और अंतःजनपदीय (जिले के अंदर) म्यूचुअल तवादलों के लिए 2 अप्रैल से आवेदन की शुरुआत हुई थी। तव से डेढ़ महीने वीत गए। तारीख पर तारीख वढ़ती जा रही है लेकिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) अभी तक इन आवेदनों का सत्यापन नहीं कर पाए हैं। अव गर्मी की छुट्टियां भी शुरू होने जा रही हैं। शिक्षकों को यह आशंका सता रही है कि कहीं ऐसा न हो कि तवादले फिर सर्दी की छुट्टियों तक न टल जाएं।


पहले भी डेढ़ साल चली प्रक्रिया :
शासनादेश के अनुसार वेसिक शिक्षकों के म्यूचुअल तवादले साल में दो वार होंगे। इनके लिए साल में कभी भी प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। तवादले गर्मियों और सर्दियों की छुट्टियों में किए जाएंगे। इसके वावजूद वेसिक शिक्षा विभाग पहले तो प्रक्रिया देर से शुरू करता है। उसके बाद प्रक्रिया इतनी लंबी चलती है कि तवादले होने में एक-डेढ़ साल लग जाता है। इससे पहले भी डेढ़ साल में तवादले हो पाए थे।


कई बार बढ़ी तारीख: इस वार भी दिसंबर और जनवरी में शासन ने तवादला नीति जारी कर दी। उसके वाद मार्च में वेसिक शिक्षा परिषद ने टाइम टेवल जारी किया। अप्रैल से आवेदन शुरू हो गए। पहले तो आवेदन की तारीख ही कई वार बढ़ाई गई। उसके बाद कई वीएसए ने मांग की कि सत्यापन पूरा नहीं हो सका है, इसलिए तारीख वढ़ाई जाए। उनके अनुरोध पर कई वार तारीख वढ़ाई जा चुकी है लेकिन अभी तक सभी वीएसए सत्यापन पूरा नहीं कर पाए हैं।

सोमवार से पेयर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। एनआईसी ने तैयारी कर ली है। कुछ जिलों में सत्यापन नहीं हुआ था। वह भी अब पूरा हो गया है। - कंचन वर्मा, महानिदेशक-स्कूल शिक्षा


शिक्षकों से अपेक्षा तो अधिकारियों से क्यों नहीं?

प्राथमिक शिक्षक संघ लखनऊ के अध्यक्ष निर्भय सिंह कहते हैं कि साल में दो बार तबादलों का प्रावधान है लेकिन एक बार प्रक्रिया पूरी होने में ही साल भर से ज्यादा बीत जाता है। शिक्षकों की ओर से एक बार भी तारीख बढ़ाने की मांग नहीं की गई है। फिर अधिकारी समय पर क्यों नहीं तबादले पूरे कर पाते, यह समझ से परे है। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह का कहना है कि शिक्षकों से यह अपेक्षा की जाती है कि हर काम तय समय पर पूरा करें। ऐसा न करने पर उनको सजा भी दी जाती है। ऐसे में अधिकारियों से भी यह अपेक्षा होनी चाहिए कि वे भी समय से काम पूरा करें।



परस्पर तबादले में 30 से अधिक जिलों में नहीं हो पाया सत्यापन

15 मई 2025
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को परस्पर तबादले के लिए अब भी 30 से अधिक जिलों में आवेदन पत्रों का सत्यापन नहीं हुआ है। एक से दूसरे जिले में हुए 31 हजार से अधिक आवेदन में से मात्र दस फीसदी और जिले के अंदर हुए 39859 आवेदन में से 15 फीसदी आवेदनों का ही सत्यापन हो सका है।

विभाग के आला अधिकारियों का बीएसए के ऊपर कोई असर नहीं पड़ रहा है। वे अपनी ही गति से प्रक्रिया का संचालन कर रहे हैं। इससे शिक्षकों में काफी ज्यादा नाराजगी बढ़ रही है।


प्रक्रिया पूरी करने में न निकल जाए समय
 उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के निर्भय सिंह ने कहा कि शिक्षक यह सवाल उठा रहे हैं कि जाड़े की छुट्टियों की ही तरह गर्मी की छुट्टियां भी प्रक्रिया पूरी करने में ही न निकल जाएं। क्योंकि प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 20 मई से गर्मी की छुट्टियां शुरू हो रही हैं।

विभाग ने गर्मी की छुट्टियों में शिक्षकों को कार्यमुक्त व कार्यभार ग्रहण कराने का आदेश दिया था। किंतु जिस गति से प्रक्रिया चल रही है, वह समय से पूरी होती नहीं दिख रही है।




अंतर व अंतः जनपदीय पारस्परिक तबादले में लग सकता है समय, रजिस्ट्रेशन फॉर्म के सत्यापन की कल अंतिम तिथि, केवल पांच से छह फीसदी हुआ काम


12 मई 2025
प्रयागराज। बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व शिक्षिकाओं के शैक्षिक सत्र 2024-25 के तहत अंतरजनपदीय एवं अंतः जनपदीय तबादले की प्रक्रिया में देर हो सकती है। रजिस्ट्रेशन फॉर्म के ऑनलाइन सत्यापन की अंतिम तिथि 13 मई है, लेकिन अब तक महज पांच से छह फीसदी रजिस्ट्रेशन फॉर्म का सत्यापन हो सका है।

सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र जारी कर हुए सचेत किया है कि किसी भी सूरत में ऑनलाइन सत्यापन की प्रक्रिया 13 मई तक पूरी कर ली जाए। अंतरजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण में 31,015 के मुकाबले महज 1913 (छह फीसदी) और अंतः जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण में 39,859 के मुकाबले केवल 2009 (पांच फीसदी) रजिस्ट्रेशन फॉर्म ही सत्यापित किए गए हैं। 

सचिव ने कहा है कि यह स्थिति अत्यंत दयनीय है। स्पष्ट है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अपने कार्यों में शिथिलता बरते रहे हैं। सचिव ने पत्र के माध्यम से यह भी कहा कि बेसिक शिक्षा अधिकारियों के अनुरोध पर पूर्व में कई बार समयावधि बढ़ाई जा चुकी है। जबकि, शासनादेश में निहित प्रावधानों के अनुरूप ग्रीष्मावकाश में कार्यमुक्त व कार्यभार ग्रहण कराए जाने की कार्यवाही भी की जानी है। सचिव ने स्पष्ट किया है कि समयावधि बढ़ाया जाना किसी भी दशा में संभव नहीं होगा। 


प्रयागराज। बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के शैक्षिक सत्र 2024-25 में अंतर जनपदीय एवं अन्तः जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के सत्यापन में लापरवाही पर सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने सख्ती की है। सचिव ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर तय समय में सत्यापन की कार्यवाही पूरी करने के निर्देश दिए हैं। पूर्व में 13 मई तक रजिस्ट्रेशन पत्रों के ऑनलाइन सत्यापन की समय सीमा तय की गई थी। हालांकि अब तक अंतर जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण में 31015 आवेदन के सापेक्ष मात्र 1913 तथा अन्तः जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण में 39859 आवेदन के सापेक्ष मात्र 2009 ही सत्यापित किए गए हैं।

साफ है कि कुल 70874 आवेदन में से 3922 (5.53 प्रतिशत) का ही सत्यापन हो सका है। उक्त स्थिति को अत्यन्त दयनीय बताते हुए सचिव ने बीएसए के स्तर से कार्यों में शिथिलता बरतने पर नाराजगी जताई है। लिखा है कि पूर्व में बीएसए के अनुरोध पर कई बार समयावधि बढ़ाई जा चुकी है तथा शासनादेश के अनुसार ग्रीष्मावकाश में कार्यमुक्ति एवं कार्यभार ग्रहण कराने की कार्यवाही भी की जानी है। 

लिहाजा अधिकारियों को सचेत करते हुए निर्देशित किया है कि अंतर जनपदीय एवं अन्तः जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण के संबंध में जारी समय सारिणी के अनुसार निर्धारित समयावधि में सभी कार्यवाही पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। सचिव ने साफ किया है कि किसी भी दशा में समयावधि बढ़ाया जाना सम्भव नहीं होगा।


Sunday, April 6, 2025

जिले के अंदर पारस्परिक स्थानांतरण के पोर्टल में समस्या, तकनीकी खामी के चलते शिक्षक नहीं भर पा रहे आवेदन फॉर्म


जिले के अंदर पारस्परिक स्थानांतरण के पोर्टल में समस्या, तकनीकी खामी के चलते शिक्षक नहीं भर पा रहे आवेदन फॉर्म

06 अप्रैल 2025
लखनऊ परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का पारस्परिक स्थानांतरण की ऑनलाइन प्रक्रिया पोर्टल पर शुरू होने के साथ ही तकनीकी समस्याएं आ रही हैं। इसलिए बड़ी संख्या में शिक्षक आवेदन फॉर्म पोर्टल पर नहीं भर पा रहे हैं।

बेसिक शिक्षा विभाग के जारी आदेश में कहा गया था कि 2024-25 सत्र के लिए शिक्षक 2 अप्रैल से जिले के भीतर आपसी सहमति से तबादले हेतु आवेदन कर सकते हैं। लेकिन एनआईसी द्वारा विकसित पोर्टल पर तकनीकी खामी के कारण 2 व 3 को पोर्टल चला नहीं। जैसे तैसे पोर्टल 4 की देर शाम से खुलना शुरू हुआ।

कई शिक्षकों ने बताया कि पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन पर फाइनल सबमिट का ऑप्शन काम नहीं कर रहा है। विभाग का कहना है कि इस समस्या को एनआईसी टीम के सहयोग से जल्द दूर किया जाएगा। लेकिन जब तक यह ठीक नहीं होता, तब तक आवेदन प्रक्रिया में देरी होना तय है।

शिक्षकों का कहना कि प्रक्रिया में देरी हुई है और अब भी पोर्टल में दिक्कतें हैं, ऐसे में आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाया जाए ताकि सभी शिक्षक समय से अपना आवेदन कर सकें। कई ग्रामीण क्षेत्रों के शिक्षक नेटवर्क समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिससे ऑनलाइन प्रक्रिया और भी कठिन हो गई है।

प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रान्तीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार की शाम को पोर्टल एक्टिव हो पाया है, उसके बाद भी सर्वर और ओटीपी समस्या बनी हुई है, आवेदन के आखरी चरण में एरर 404 वेब लिंक में प्रदर्शित हो रहा है, जिससे शिक्षको का ऑनलाइन आवेदन नहीं हो पा रहा है। पीपीए को लेकर भी कुछ यही स्थिति थी, उच्चाधिकारियों को इन समस्याओं पर ध्यान देना बहुत अनिवार्य है।



अंततः जिले के अंदर शिक्षकों के परस्पर तबादले के लिए आवेदन हुए शुरू



05 अप्रैल 2025
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को जिले के अंदर परस्पर तबादले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुक्रवार शाम को शुरू हो गई। हालांकि आवेदन पूरी तरह से भरने के बाद सबमिट करने में कुछ शिक्षकों को दिक्कत आ रही थी। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इसे ठीक कराने की कवायद की जा रही है।

बेसिक शिक्षा विभाग ने दो अप्रैल से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के जिले के अंदर परस्पर तबादला प्रक्रिया शुरू करने का आदेश जारी किया था। लेकिन बृहस्पतिवार देर शाम तक यह प्रक्रिया नहीं शुरू हो सकी थी। इससे शिक्षकों में काफी नाराजगी थी। 

विभागीय अधिकारियों ने एनआईसी से संपर्क कर शुक्रवार शाम को आवेदन प्रक्रिया शुरू करा दी। हालांकि शिक्षकों का कहना है कि आवेदन फाइनल सबमिट नहीं हो पा रहा है।

वहीं एक से दूसरे जिले में प्राइमरी हेड का जूनियर सहायक से विषय समान होने पर जोड़ा बन रहा है। जबकि जिले के अंदर परस्पर तबादले में ऐसा नहीं है। विभाग द्वारा अलग-अलग नियम बनाए गए हैं।



जिलों के अंदर म्यूचुअल ट्रांसफर की प्रक्रिया में देरी, 48 घंटे बाद भी नहीं शुरू हो सके आवेदन, शिक्षक हैं परेशान

04 अप्रैल 2025
लखनऊ: परिषदीय विद्यालयों में लंबे समय बाद शुरू होने वाली पारस्परिक तबादले की प्रक्रिया अभी भी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते अटकी हुई है। दो अप्रैल से शिक्षकों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू होनी थी, लेकिन 48 घंटे बाद भी ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है, जिससे शिक्षक वर्ग में असंतोष बढ़ता जा रहा है।

बेसिक शिक्षा परिषद ने पहले ही आदेश जारी कर दिया था कि एक जिले से दूसरे जिले में पारस्परिक तबादले के लिए आवेदन 1 से 11 अप्रैल तक और जिले के भीतर तबादले के लिए आवेदन 2 से 11 अप्रैल तक किए जा सकेंगे। लेकिन दो अप्रैल को शुरू होने वाली यह प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो सकी है।



अन्तर्जनपदीय म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए आवेदन शुरू, जिले के अंदर म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए आज से शुरू होंगे आवेदन

02 अप्रैल 2025
प्रदेश में बेसिक शिक्षकों के अन्तर्जनपदीय म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए आवेदन प्रक्रिया कल से शुरू हो गई है। वहीं, जिले के अंदर म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए आवेदन आज से किए जा सकेंगे। इच्छुक शिक्षक निर्धारित पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

 ट्रांसफर प्रक्रिया के तहत शिक्षक अपनी सुविधा के अनुसार इच्छित स्थान पर स्थानांतरण के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि और अन्य दिशा-निर्देश शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए जा चुके हैं।
 


परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के परस्पर अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण के लिए आवेदन आज से,  जिले के अंदर पारस्परिक तबादले के लिए कल से शुरू होंगे आवेदन 



01 अप्रैल 2025
प्रयागराज । परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के पारस्परिक तबादले के लिए आवेदन मंगलवार से शुरू होंगे। पारस्परिक अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण के लिए एक से 11 अप्रैल तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होंगे जबकि जिले के अंदर पारस्परिक तबादले के लिए शिक्षक दो से 11 अप्रैल तक ऑनलाइन पंजीकरण करेंगे।

अंतर जनपदीय पारस्परिक तबादले के लिए शिक्षक अपने ऑनलाइन आवेदन पत्र का प्रिंटआउट संबंधित बीएसए कार्यालय में 15 अप्रैल तक जमा करेंगे। 16 से 20 अप्रैल तक बीएसए के स्तर से खंड शिक्षा अधिकारी को सत्यापन के लिए आवेदन पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। सत्यापन के बाद 21 से 25 अप्रैल तक जिला स्तरीय समिति की बैठक में संस्तुति दी जाएगी। 26 अप्रैल से 10 मई तक शिक्षक/शिक्षिका आपसी सहमति से ओटीपी के माध्यम से जोड़ा (पेयर) बनाएंगे। 15 मई को स्थानान्तरण आदेश जारी होंगे।

वहीं दूसरी ओर जिले के अंदर पारस्परिक तबादले के लिए 11 अप्रैल तक आवेदन करने के बाद शिक्षक उसका प्रिंटआउट संबंधित जिले के बीएसए कार्यालय में 15 अप्रैल तक जमा करेंगे। आवेदक की पात्रता के सत्यापन के लिए बीएसए 16 से 20 अप्रैल तक संबंधित खंड शिक्षाधिकारी को आवेदन पत्र उपलब्ध कराएंगे। उसके बाद 21 से 23 अप्रैल के बीच जिला स्तरीय समिति से संस्तुति ली जाएगी। 24 से 30 अप्रैल के बीच शिक्षक किसी भी प्रकार की आपत्ति जिला स्तरीय समिति के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।

जिला स्तरीय समिति आपत्तियों का निराकरण करते हुए एक से पांच मई तक डाटा को अंतिम रूप से संस्तुत करेगी। छह से 15 मई तक शिक्षक आपसी सहमति से ओटीपी के माध्यम से जोड़ा बनाएंगे और 18 मई को स्थानान्तरण आदेश जारी होगा।



स्थानांतरण प्रक्रिया जल्द साथी तलाश रहे परिषदीय शिक्षक, एक अप्रैल से पोर्टल पर पंजीकरण होगा शुरू

एक अप्रैल से स्थानांतरण के लिए शिक्षक शुरू करेंगे पंजीकरण

साथी की तलाश करने के शिक्षक ग्रुप पर साझा कर रहे जानकारी

30 मार्च 2025
परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया शिक्षा विभाग जल्द शुरू करेगा। स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत शिक्षक एक अप्रैल से पोर्टल पर पंजीकरण कराना शुरू कर देंगे। परस्पर स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व अन्य जनपदों में कार्यरत शिक्षक अपने साथी की तलाश करने में जुटे गए हैं। ग्रुप में वह मैसेज कर जानकारी जुटा रहे है।

गर्मियों की छुट्टी होने से पूर्व बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी कर लेगा। स्थानांतरण पाने वाले शिक्षकों को 15 मई तक प्रक्रिया पूरी करने के बाद रिलीव कर दिया जाएगा। परस्पर स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत शिक्षक अन्य जनपद जाने के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं को अपना सहमतिपत्र बीएसए कार्यालय में जमा करना होगा।

शिक्षक शिक्षिकाओं ने व्हाट्सएप ग्रुप पर अपने स्कूल, ब्लॉक, मोबाइल नंबर सहित जिले का ब्योरा डालना शुरू कर दिया है, ताकि एक से जिले में आने के इच्छुक शिक्षक उनसे संपर्क कर सकें। खंड शिक्षाधिकारी जांच करने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजेंगे। इसके बाद ही पारस्परिक तबादला का लाभ ले सकेंगे।




सब्जेक्ट मैपिंग से होंगे पारस्परिक स्थानांतरण, मानक पूर्ण करने वाले बेसिक शिक्षकों का ही पारस्परिक स्थानांतरण होगा

» बेसिक शिक्षा के शिक्षकों के विषयों को तीन वर्ग में बांटा गया

25 मार्च 2025
लखनऊ । बेसिक शिक्षा के शिक्षकों के पारस्परिक स्थानांतरण के लिए सब्जेक्ट मैपिंग (समान विषय) के अनुसार होगा। जिसके तहत अपर प्राइमरी तथा संविलित विद्यालयों में एक समान श्रेणी में ही तबादले किए जाएंगे, मसलन, सहायक अध्यापक अपर प्राइमरी से सहायक अध्यापक अपर प्राइमरी में विषय समान होने की स्थिति में और प्रधानाध्यापक प्राइमरी स्कूल का सहायक अध्यापक अपर प्राइमरी स्कूल से तथा सहायक अध्यापक अपर प्राइमरी का प्रधानाध्यापक प्राइमरी स्कूल से विषय समान होने की स्थिति में स्थानांतरित हो सकेंगे। एक बार स्थानांतरण हो जाने के बाद किसी भी शिक्षक को अपना आवेदन वापस लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।


विषयों के तीन वर्ग 
पारस्परिक स्थानांतरण के लिए विषयों को तीन वर्गों में बांटा गया है। पहला भाषा दूसरा गणित व विज्ञान तीसरे वर्ग को सामाजिक विषय को रखा गया है। हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत ये सभी भाषा विषय के अंतर्गत आते हैं। इसलिए हिन्दी का अंग्रेजी शिक्षक से पारस्परिक स्थानांतरण हो सकेगा। विषय समान होने पर जिले के बाहर अपर प्राइमरी का सहायक अध्यापक, प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक से पारस्परिक स्थानांतरण कर सकेगा लेकिन जिले के भीतर यह नियम लागू नहीं होगा।

अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण की प्रक्रिया को पारदर्शी और समय सीमा के भीतर संपन्न कराने के लिए जिले स्तर पर समिति बनाई गई है, जिसमे जिले के सीडीओ अध्यक्ष होंगे जबकि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य तथा वित्त एवं लेखा अधिकारी (बेसिक शिक्षा) के साथ-साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी इस समिति के सदस्य हैं। अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण की सभी प्रक्रिया राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र, लखनऊ द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन होगी।

स्थानांतरण के लिए तय प्रक्रिया के अनुसार आवेदन पत्र सबमिट करने के बाद ही पूर्ण माना जाएगा अन्यथा की स्थिति में आवेदन पत्र निरस्त माना जाएगा। जमा किए गए आवेदन पत्र में किसी भी स्तर पर किसी भी प्रकार का संशोधन अनुमन्य नहीं होगा। जिन शिक्षकों अथवा शिक्षिकाओं द्वारा उपलब्ध कराए गए अभिलेखों के सत्यापन में अभिलेख फर्जी या गलत पाए जाएंगे उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी।

Wednesday, January 1, 2025

जनपद के अंदर म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए नीति तो हुई जारी लेकिन तबादलों के लिए करना पड़ सकता है लंबा इंतजार, जानिए क्यों?

जनपद  के अंदर म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए नीति तो हुई जारी लेकिन तबादलों के लिए करना पड़ सकता है लंबा इंतजार, जानिए क्यों? 
 

लखनऊ।  बेसिक शिक्षकों के अंतःजनपदीय म्यूचुअल तबादलों के लिए नीति जारी हो गई है, लेकिन तबादलों के लिए लंबा इंतजार करना होगा। तबादला आदेश सर्दियों और गर्मियों की छुट्टियों में ही जारी हो सकते हैं। अभी तबादलों की प्रक्रिया शुरू भी कर दी जाए, तो भी उसमें वक्त लगेगा। तब तक सर्दियों की छुट्टियां बीत जाएंगी।


बेसिक शिक्षा परिषद ने 27 दिसंबर को तबादला नीति जारी की थी। उसके बाद 30 दिसंबर को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को आदेश दिए गए कि 10 जनवरी तक शिक्षकों का ब्योरा पोर्टल पर अपलोड कर दें। ब्योरा अपलोड होने के बाद आवेदन मांगे जाएंगे। 


ऑनलाइन आवेदन के लिए कुछ वक्त दिया जाएगा। उसके बाद 15 दिन में उनका सत्यापन BSA को करना होगा। उसके बाद एक महीने में जिला स्तरीय समिति अपना निर्णय लेगी। इस निर्णय पर 15 दिन का समय आपत्तियों के लिए देना होगा। आपत्तियों के निस्तरण के बाद ही तबादला आदेश जारी होंगे। इस तरह तीन महीने का समय इसमें बीत जाएगा। चूंकि तबादला आदेश गर्मियों या सर्दियों की छुट्टियों में ही हो सकते हैं। शिक्षकों की सर्दियों की छुट्टियां 15 जनवरी को बीत जाएंगी। ऐसे में उनको कम से कम गर्मियों की छुट्टियों तक तबादलों का इंतजार करना होगा। 


इस बारे में प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह कहते हैं कि शासनादेश के अनुसार साल में दो बार म्यूचुअल तबादले हो सकते हैं, लेकिन अफसरों की लेटलतीफी के कारण एक तबादले में ही एक से डेढ़ साल का वक्त लग जाता है.


कहां है दिक्कत ?

शासनादेश के आदेश के अनुसार , नई जगह जॉइनिंग और पुरानी जगह रिलीविंग गर्मियों या सर्दियों की छुट्टियों में ही हो सकती है। शासनादेश में यह कहीं नहीं कहा गया है कि प्रक्रिया भी छुट्टियों में ही शुरू होगी। मतलब यह कि पूरे साल में कभी भी प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। ऐसे में अगर छुट्टियों से तीन-चार महीना पहले प्रक्रिया शुरू कर दी जाए तो साल में दो बार म्यूचुअल तबादले हो सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होता। 

जब सर्दियों या गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने वाली होती हैं, उस समय प्रक्रिया शुरू की जाती है। इससे शिक्षकों के तबादले अगली छुट्टियों तक लटक जाते हैं। उन छुट्टियों में भी विलंब हुआ तो फिर उसके बाद वाली सर्दियों या गर्मियों का इंतजार करना होता है। इस तरह यह इंतजार एक- डेढ़ साल का भी हो जाता है।

Tuesday, December 31, 2024

तबादला निर्देश जारी होते ही जोड़ा बनाने के लिए भटकने लगे बेसिक शिक्षक, विभाग ऑनलाइन करे शिक्षकों की सूचना तो न हो परेशानी

तबादला निर्देश जारी होते ही जोड़ा बनाने के लिए भटकने लगे बेसिक शिक्षक, विभाग ऑनलाइन करे शिक्षकों की सूचना तो न हो परेशानी

परिषदीय विद्यालयों में जिले के अंदर परस्पर तबादले का मामला, व्यवस्था बेहतर करने की मांग


लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के जिले के अंदर परस्पर तबादले का दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही शिक्षकों ने जोड़ा (पेयर) बनाने के लिए दूसरे शिक्षकों की खोज भी शुरू कर दी है। विभाग स्तर पर इसके लिए कोई व्यवस्था न करने से उन्हें जोड़ा खोजने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है।

शिक्षकों का कहना है कि जोड़ा बनाने के लिए उन्हें काफी परेशान होना पड़ता है। वहीं कई बार इसे लेकर मोल-भाव भी करना पड़ता है। क्योंकि विभाग के स्तर पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं होती है कि उन्हें यह जानकारी मिल जाए कि दूसरे कौन शिक्षक तबादले के इच्छुक या आवेदक हैं। जबकि एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले के लिए शिक्षक अपने नाम, मोबाइल नंबर व स्कूल दर्ज करते हैं। पेयरिंग के लिए जब वेबसाइट खुलती है तो आवेदक को भी दिखती है।


ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग अपने पोर्टल पर ही ऐसी व्यवस्था करे कि जिले के अंदर भी परस्पर तबादले के इच्छुक शिक्षकों की जानकारी ऑनलाइन मिले। ऐसा करने से शिक्षकों को इस मशक्कत से राहत मिल सकती है। वहीं शिक्षक संगठन भी इसके लिए पहल कर सकते हैं। ऐसा करने से शिक्षकों को मानसिक व आर्थिक दोनों तरह की परेशानियों से राहत मिल सकती है।


इस बार तबादले से जुड़ी प्रक्रिया शुरू हो गई है, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं। हमारा प्रयास होगा कि अगली बार पेयरिंग से जुड़ी जानकारी भी ऑनलाइन उपलब्ध हो, इसकी अलग से व्यवस्था की जाएगी। - डॉ. एमकेएस सुंदरम, प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा विभाग