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Wednesday, September 10, 2025

प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति हेतु निर्धारित शैक्षिक अर्हता को निरस्त करते हुए संशोधित शैक्षिक अर्हता निर्धारित किये जाने के संबंध में।

इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता के लिए पीजी के साथ बीएड अनिवार्य, शासनादेश जारी, 

जीव विज्ञान के सहायक अध्यापक की अर्हता भी शामिल

लखनऊ। प्रदेश के इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता बनने के लिए अब स्नातकोत्तर (पीजी) के साथ बीएड अनिवार्य कर दिया गया है। इस संबंध में मंगलवार को शासन ने आदेश जारी कर दिया।

विशेष सचिव कृष्ण कुमार गुप्त की ओर से माध्यमिक शिक्षा निदेशक एवं माध्यमिक शिक्षा परिषद के सभापति को भेजे गए आदेश में कहा गया है कि अभी तक इंटर कॉलजों में प्रवक्ता पद पर शिक्षकों की योग्यता स्नातकोत्तर की डिग्री ही मान्य थी, जिसमें संशोधन कर दिया गया है। अब पीजी के साथ बीएड को भी अनिवार्य कर दिया गया है। आदेश में यह भी कहा गया है कि प्रदेश के अशासकीय मान्यता/सहायता प्राप्त उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति के लिए निर्धारित शैक्षिक अर्हता को निरस्त कर नए सिरे से इसके लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि पूर्व में 22 अप्रैल 2025 को जारी आदेश में हाई स्कूल में जीव विज्ञान विषय के सहायक अध्यापक की अर्हता को शामिल नहीं किया गया था, जिसे नए आदेश में शामिल कर लिया गया है। अब हाईस्कूल में जीव विज्ञान के सहायक अध्यापक पद के लिए भी बाकि विषयों की तरह ही स्नातक के साथ बीएड पास को अर्हता में शामिल किया गया है।

इस प्रकार से अब अशासकीय मान्यता / सहायता प्राप्त संस्थाओं के अध्यापकों की नियुक्ति व पदोन्नति के लिए इंटरमीडिएट शिक्षा अधिनियम-1921 के अध्याय-2 के विनियम-1 के परिशिष्ट "क" में स्थापित हाईस्कूल के सहायक अध्यापक एवं इण्टरमीडिएट प्रवक्ता पद के लिए विषयवार शैक्षिक अर्हता निर्धारित कर दिया गया है।



विशेष सचिव ने शिक्षक भर्ती की संशोधित अर्हता जारी की, एडेड कॉलेजों की टीजीटी भर्ती में बायो फिर शामिल, प्रवक्ता नागरिक शास्त्र में अब राजनीति विज्ञान व राजनीति शास्त्र मान्य


प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के 4512 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों (एडेड) में प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) भर्ती में जीव विज्ञान विषय को फिर से शामिल कर लिया गया है। इसी के साथ जन्तु विज्ञान और वनस्पति विज्ञान से स्नातक डिग्री तथा बीएड करने वालों को टीजीटी भर्ती में मौका मिल गया है।

पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) भूगोल की अर्हता में संशोधन करते हुए बीएड के साथ परास्नातक में भूगोल विषय को अनिवार्य कर दिया गया है। अभी तक इससे संबंधित विषय से स्नातकोत्तर करने वाले अभ्यर्थी अर्ह थे। इसी प्रकार पीजीटी नागरिक शास्त्र विषय के लिए अब बीएड के साथ ही राजनीति विज्ञान अथवा राजनीति शास्त्र विषय में परास्नातक आवश्यक होगा। इस संबंध में विशेष सचिव कृष्ण कुमार गुप्त ने आदेश जारी कर शिक्षा निदेशक माध्यमिक एवं सभापति माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) को भेजा है।


शिक्षकों की सभी मांगें मानीं, टीजीटी बायो पद बहाल

प्रयागराज। शिक्षकों की शैक्षिक अर्हता संबंधी मांगों पर शासन ने ठकुराई गुट के सुझाव स्वीकार कर लिए हैं। शिक्षक संघ ने बताया कि नए शासनादेश में ठकुराई गुट की 8 मांगों के आधार पर संशोधन किया गया है। इसके साथ ही सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी जीव विज्ञान विषय का पद भी पुनः बहाल कर दिया गया है। प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी ने बताया कि शासन ने संगठन के सभी सुझावों को स्वीकार कर लिया है। संगठन ने शासन और यूपी बोर्ड के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है। लाल मणि ने बताया कि 22 अप्रैल 2025 को जारी आदेश में शिक्षकों और प्रधानाचार्यों की अर्हताओं में बड़े बदलाव किए गए थे, जिन पर संगठन ने कई कमियां बताई थीं। इसके बाद संगठन ने 24 जून, 8 जुलाई और 31 जुलाई को शासन व बोर्ड के अधिकारियों से मुलाकात कर आपत्तियां दर्ज कराई थी। बोर्ड ने एक अगस्त को संशोधन का प्रस्ताव शासन को भेजा था।




प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति हेतु निर्धारित शैक्षिक अर्हता को निरस्त करते हुए संशोधित शैक्षिक अर्हता निर्धारित किये जाने के संबंध में















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