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Thursday, June 29, 2023

प्रमोशन के सालभर बाद शिक्षकों की होगी तैनाती, प्रक्रिया शुरू

प्रमोशन के सालभर बाद शिक्षकों की होगी तैनाती, प्रक्रिया शुरू

प्रयागराज : राजकीय शिक्षकों के प्रमोशन के सालभर बाद उनकी तैनाती की प्रक्रिया शुरू हुई है। 21 मई 2022 को हुई विभागीय पदोन्नति कमेटी (डीपीसी) की बैठक में 239 पुरुष शिक्षकों को अधीनस्थ राजपत्रित पर पदोन्नति दी गई थी। उसके बाद इन्हें राजकीय हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापक, राजकीय इंटर कॉलेजों में उप प्रधानाचार्य समेत अन्य पदों पर तैनाती मिलनी चाहिए थी लेकिन इनमें से 84 को ही तैनाती मिल सकी थी।


16 शिक्षक सेवानिवृत्त हो गए जबकि 138 सालभर से अधिक समय बीतने के बावजूद तैनाती का इंतजार कर रहे थे। इन 138 शिक्षकों (प्रवक्ता कोटे के 72 व एलटी ग्रेड के 66) के पदस्थापन के लिए अपर निदेशक राजकीय केके गुप्ता ने बुधवार को सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र भेजकर तीन दिन में सेवा विवरण का मिलान कराने और त्रुटियों के निवारण के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि 30 जून तक तैनाती न होने पर प्रमोशन निरस्त हो जाता।

Sunday, July 17, 2022

राजकीय शिक्षकों के क्लास-2 पदों पर प्रमोशन का रास्ता साफ

राजकीय शिक्षकों के क्लास-2 पदों पर प्रमोशन का रास्ता साफ

राजकीय शिक्षकों के शिक्षा विभाग में क्लास टू (बेसिक शिक्षा अधिकारी, प्रधानाचार्य जीआईसी और एडीआईओएस) पदों पर प्रमोशन का रास्ता साफ हो गया है। सहायक अध्यापक (एलटी ग्रेड) और प्रवक्ता के बीच वरिष्ठता सूची को लेकर विवाद के कारण सात-आठ सालों से प्रमोशन नहीं हो पा रहा था।


राजकीय विद्यालयों में अधीनस्थ राजपत्रित (प्रधानाध्यापक राजकीय हाईस्कूल) पद पर प्रवक्ता का 45 और सहायक अध्यापक का 55 प्रतिशत कोटा है। अधीनस्थ राजपत्रित पर तो प्रमोशन हो जाता था। लेकिन उसके बाद क्लास टू के लिए दोनों कैडर के शिक्षक पहले प्रमोशन की मांग करते थे। इस विवाद का अंत करते हुए विशेष सचिव शंभू कुमार ने छह जुलाई को माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र भेजा है। उन्होंने चक्रानुक्रम में नौ प्रवक्ता पर 11 सहायक अध्यापकों को आधार मानकर प्रमोशन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। राजकीय शिक्षक संघ पांडेय गुट के प्रदेश महामंत्री रामेश्वर पांडेय और भड़ाना गुट के प्रदेश महामंत्री डॉ. रवि भूषण ने स्वागत करते हुए जल्द प्रमोशन की मांग की है।

Friday, November 6, 2020

फतेहपुर : शिक्षकों को लंबे समय से प्रमोशन का इंतजार, एक दशक से अधिक समय बीतने के बाद भी नहीं हुआ प्रमोशन।

फतेहपुर : शिक्षकों को लंबे समय से प्रमोशन का इंतजार, एक दशक से अधिक समय बीतने के बाद भी नहीं हुआ प्रमोशन।

फतेहपुर : जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों की पदोन्नति का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। एक दशक से अधिक सेवा अवधिहोने के बाद भी जिले में प्राथमिक सहायक शिक्षकों को प्रमोशन नहीं मिला। वहीं दूसरी ओर दूसरे जिलों में कहीं तीन वर्ष तो कहीं पांच वर्ष की सेवा के बाद पदोन्नति होने से शिक्षकों की कुंठा बढ़ती जा रही है। कोर्ट एवं सरकारी आदेशों के बाद लंबित पदोन्नति प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो सकी है।

गत विधान सभा चुनाव के पहले से ही अपने प्रमोशन की मांग कर रहे बेसिक शिक्षकों ने अपने प्रमोशन के लिए पहले चुनावी प्रक्रिया समाप्त होने का इंतजार किया। कई माह पूर्व प्राथमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों के सहायक अध्यापकों का प्रमोशन होने के बाद उम्मीद जगी थी कि विभाग जल्द ही प्राथमिक स्कूलों के सहायक शिक्षकों का भी प्रमोशन कर देगा । इसके लिए विभाग ने गत तीस दिसंबर को पहल भी कर दी थी। विभाग ने ब्लाकवार वरष्ठिता सूची को पुनः परीक्षणोपरांत मुख्यालय भेजने के आदेश दिए थे। ब्लॉकों में वरष्ठिता सूची को अंतिम रूप भी दिया जा चुका था। इसके बाद चुनाव की रणभेरी बज गई। चुनाव खत्म होने के बाद फिर से पदोन्नति की मांग उठी तो विभाग ने वार्षिक परीक्षा एवं अन्य कामों पर अमल शुरूकर दिया। कई जिलों में शिक्षकों को जहां तीन वर्ष की सेवा में ही पदोन्नति का लाभ मिल गया।


कोर्ट एवं विभागीय आदेशों से भी बाधा

पदोन्नति को लेकर कई तरह के पेंच भी सामने आए। कभी टीईटी की अनिवार्यता को लेकर पेंच फंसा तो कभी समायोजन के बाद पदोन्नति करने जैसे फैसलों ने बाधा पहुंचाई। अन्तर्जनपदीय तबादले के लिए आवेदन करने वाले तमाम शिक्षकों को बिना प्रमोशन के ही जिले से जाना पड़ सकता है।