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Thursday, February 8, 2024

प्राइमरी स्कूलों में खत्म होगी फर्नीचर की कमी, 9000 विद्यालय होंगे रोशन

प्राइमरी स्कूलों में खत्म होगी फर्नीचर की कमी, 9000 विद्यालय होंगे रोशन

प्रदेश में बेसिक-माध्यमिक की शिक्षा व्यवस्था में आएगा काफी बदलाव 

ऑपरेशन कायाकल्प प्रोजेक्ट अलंकार, पीएमश्री योजना में संवरेंगे विद्यालय


लखनऊ। प्रदेश सरकार ने सोमवार को प्रस्तुत नए वित्तीय वर्ष के बजट में बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा तक पर काफी फोकस किया गया है। इसके तहत प्रदेश के दूर-दराज में भी स्थापित बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों में सभी मूलभूत व आधुनिक सुविधाओं से युक्त कराकर, स्मार्ट क्लास व इंफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (आईसीटी) लैब से पठन-पाठन को बढ़ावा दिया जाएगा। इसी के साथ राजकीय इंटर कॉलेज के 70 हजार से अधिक छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा भी दी जाएगी।


प्रदेश में ग्रामीण व पिछले क्षेत्र में स्थित बेसिक विद्यालयों में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त करके सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली में सुधार का प्रयास किया जा रहा है। हाल के कुछ वषों में ऑपरेशन कायाकल्प व प्रोजेक्ट अलंकार योजनाओं से इसमें काफी शदलाव लाया गया है। इसी के तहत नए वित्तीय वर्ष में मिले बजट से बेसिक के प्राथमिक (कक्षा एक से पांच वाले) स्कूलों में फर्नीचर की व्यवस्था कर इस समस्या को समाप्त किया जाएगा।


हर विद्यालय में फर्नीचर उपलब्ध होने से बच्चों को खुले या जमीन में बैठकर पढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी। वहीं प्रदेश के बिजली पोल से दूर व अस्थायी सुविधा से बिजली प्रयोग करने वाले लगभग 9000 विद्यालयों को पूरी तरह पोल से बिजली आपूर्ति शुरू की जाएगी। नए सत्र में ऑपरेशन कायाकल्प से बचे हुए अन्य परिषदीय विद्यालयों में स्वच्छ पेयजल, बालक- बालिका शौचालय, हँडवास यूनिट, बाउंड्रीवाल, रैंप, अतिरिक्त कक्षाएं, मरम्मत आदि का काम पूरा होगा। 18381 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का निर्माण व सुविधा दी जा चुकी है। 

Sunday, June 26, 2022

8912 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए फर्नीचर खरीद को मंजूरी

8912 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए फर्नीचर खरीद को मंजूरी

लखनऊ : प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में संचालित 8, 912 आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ रहे 3 से 6 आयु वर्ग के बच्चों के लिए फर्नीचर खरीद को शासन ने मंजूरी दे दी है। इसके तहत प्रति केंद्र 15,500 रुपये की दर से 13 करोड़ 81 लाख 36 हजार रुपये का अनुमोदन किया गया है । 



यह खरीद जेम पोर्टल से होगी। महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा अपर परियोजना निदेशक की अध्यक्षता में गठित समिति ने परीक्षण के बाद पूर्व प्राथमिक स्तर के लिए शिशु डेस्क की खरीद के साथ ही अवशेष राशि का उपयोग बच्चों के बैठने के लिए इंटरलॉकिंग फोम मेट के खरीद की संस्तुति की है। इस खरीद के लिए हर जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित होगी।

Wednesday, April 6, 2022

बांदा : उच्च प्राथमिक विद्यालयों में आपूर्ति किए गए 7 करोड़ के फर्नीचर घोटाले में जांच समिति गठित

बांदा : उच्च प्राथमिक विद्यालयों में आपूर्ति किए गए 7 करोड़ के फर्नीचर घोटाले में जांच समिति गठित


बांदा जनपद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में आपूर्ति किए गए 7 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के घटिया फर्नीचर घोटाले में जांच के लिए डीएम ने सीडीओ की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम गठित कर एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है। उधर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आपूर्तिकर्ता फर्म को 15 दिन के अंदर घटिया फर्नीचर न बदलने पर काली सूची में डालने और एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी है।


जनपद के 494 उच्च प्राथ स्कूलों में 14.957 डेस्क बेच / फर्नीचर की आपूर्ति की गई है। इसके लिए शासन ने 7 करोड़ 11 लाख 95 हजार 530 रुपये जारी किए हैं। प्रत्येक डेस्क की कीमत 4760 रुपये की दर से भुगतान किया जा रहा है। फर्नीचर की आपूर्ति सीतापुर की एक फर्म को सौंपी गई है। फर्म जो फर्नीचर स्कूलों को आपूर्ति किया है यह इतना घटिया है कि उठाने धरने में ही टूट रहा है। 


30 मार्च (बुधवार) को प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला यूनिट ने जिलाध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी के नेतृत्व में बीएसए व अन्य अधिकारियों की शिकायती पत्र देकर घटिया फर्नीचर आपूर्ति की गैर विभागीय अधिकारियों से जांच कराने की मांग की थी।

डीएम अनुराग पटेल ने घटिया फर्नीचर संबंधी अमर उजाला में छपी खबर का हवाला देकर जारी आदेश में इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की है। समिति के सदस्यों में डिप्टी कलेक्टर लाल सिंह सहित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, आईटीआई अनुदेशक (काष्ठ) नरेंद्र प्रजापति शामिल किया गया है। समिति को निर्देश दिया है कि एक सप्ताह के अंदर जांच करके अपनी विस्तृत संयुक्त जांच रिपोर्ट उन्हें पेश करें।


उधर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामपाल सिंह ने फर्नीचर आपूर्ति करने वाली सीतापुर की फर्म को जारी आदेश में कहा है कि 15 अप्रैल तक सभी अति/खराब फर्नीचर बदलना सुनिश्चित करें वरना उच्चाधिकारियों को सूचित करके फर्म को काली सूची में डालकर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। बीएसए ने फर्म को इस बात के लिए भी लताड़ा है कि फर्नीचर बदलने के बारे में पहले भी आदेश दिए गए थे लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ। बीएसए ने सभी खंड शिक्ष कारियों को निर्देश दिए हैं. कि अपने क्षेत्र के स्कूलों में क्षतिग्रस्त या खराबडेस्क मैच की सूची दो दिन में उपलब्ध कराएं।

Tuesday, March 9, 2021

अब प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में आरामदायक फर्नीचर पर पढ़ेंगे बच्चे

अब प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में आरामदायक फर्नीचर पर पढ़ेंगे बच्चे


 लखनऊ : प्रदेश के 71 जिलों के 26729 परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालय और वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक के 108 परिषदीय प्राथमिक स्कूलों के बच्चे निकट भविष्य में आरामदायक फर्नीचर पर बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग इन स्कूलों में बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर खरीदने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर रहा है। टेंडर प्रक्रिया इसी माह पूरी करने का निर्देश दिया गया है।


खरीदे जाने वाले फर्नीचर की डिजाइन में बदलाव किये गए हैं ताकि वे नौनिहालों के लिए आरामदायक साबित हों। डेस्क और बेंच के बीच की जगह को बच्चों के आयुवर्ग और कक्षा वर्ग के अनुसार बढ़ाया गया है। इससे पहले वर्ष 2017-18 में खरीदे गए फर्नीचर में आयरन फ्रेम का एंगल इस्तेमाल किया गया था। नए फर्नीचर में खोखले सकरुलर पाइप का प्रयोग होगा ताकि बच्चों को चोट लगने की संभावना कम से कम हो।

डेस्क के ऊपरी हिस्से को हल्का ढालू बनाया जाएगा। बच्चों को बैठने में आराम मिल सके, इसलिए बेंच के बैक साइड को पांच डिग्री का स्लोप दिया जाएगा। फर्नीचर की ऊंचाई भी बच्चों की कक्षा और आयु के अनुसार रखी जाएगी।