DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर लख़नऊ वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़
Showing posts with label योग्यता. Show all posts
Showing posts with label योग्यता. Show all posts

Wednesday, February 26, 2025

आउटसोर्सिंग चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के लिए अब शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल, शासनादेश जारी

आउटसोर्सिंग चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के लिए अब शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल, शासनादेश जारी

26 फरवरी 2025
लखनऊः अशासकीय सहायताप्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी के पदों पर आउटसोर्सिंग से भर्ती के लिए अब आउटसोर्सिंग पर अभ्यर्थी की शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल निर्धारित की गई है। अभी तक इन पदों पर भर्ती के लिए शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट निर्धारित थी। जिस जिले का विद्यालय होगा, उसी जिले के स्थानीय निवासी को भर्ती किया जाएगा। आनलाइन पोर्टल के माध्यम से पारदर्शी ढंग से नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाएगी। आउटसोर्सिंग पर चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भर्ती के लिए संशोधित शैक्षिक अर्हता सहित अन्य बदलाव को लेकर विशेष सचिव, माध्यमिक शिक्षा उमेश चंद्र की ओर से शासनादेश जारी हो गया है




एडेड माध्यमिक स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी आउटसोर्स कर्मियों की शैक्षिक योग्यता होगी हाईस्कूल

25 फरवरी 2025
लखनऊ : अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों में आउटसोर्सिंग के माध्यम से भर्ती किए जाने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की शैक्षिक योग्यता अब हाईस्कूल होगी। अभी इन पदों पर भर्ती की शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट है। सोमवार को विधान परिषद में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने निर्दलीय राज बहादुर सिंह चंदेल व शिक्षक दल के नेता ध्रुव कुमार त्रिपाठी की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।


सवाल उठाया गया कि एडेड माध्यमिक स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट है। चतुर्थ श्रेणी में सफाई कर्मियों के भी पद शामिल हैं। किसी भी विभाग में इंटरमीडिएट शैक्षिक योग्यता नहीं है। फिर इन्हें तो पदोन्नति मिलेगी नहीं, ऐसे में अर्हता तय करने का क्या मतलब है। इंटर पास युवक सफाई नहीं करेगा, वह अपने मानदेय का कुछ हिस्सा देकर किसी अनपढ़ व्यक्ति से सफाई कराएगा। मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि पहले साक्षरता दर कम थी। अब बढ़ी है, फिर भी हम शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट से घटाकर हाईस्कूल कर रहे हैं। चतुर्थ श्रेणी में तमाम तकनीकी कार्य वाले पद भी हैं।

Monday, March 22, 2021

इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिये मैथ्स, फिजिक्स और केमेस्ट्री बने रहेंगे जरूरी सब्जेक्ट, AICTE ने किया साफ


इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिये मैथ्स, फिजिक्स और केमेस्ट्री बने रहेंगे जरूरी सब्जेक्ट, AICTE ने किया साफ


अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे ने स्पष्ट किया कि इंजीनियरिंग में दाखिले के लिये गणित, भौतिकी और रसायन शास्त्र महत्वपूर्ण बने रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कम्प्यूटर साइंस, सूचना प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी जैसे सहयोगी विषय लेने वाले छात्रों को इंजीनियरिंग में नामांकन की अनुमति देने के मकसद से दिशानिर्देशों में विकल्प दिया गया है। अनिल सहस्त्रबुद्धे ने बताया, '' हमने ऐसा कभी नहीं कहा कि इंजीनियरिंग में दाखिले के लिये गणित, भौतिकी, रसायन नहीं चाहिए। यह जरूरी विषय हैं। उन्होंने कहा कि भौतिकी, गणित के बिना कोई भी इंजीनियरिंग की शिक्षा पूरी कर ही नहीं सकता।


एआईसीटीई के अध्यक्ष ने कहा कि इंजीनियरिंग में दाखिले के लिये गणित, भौतिकी और रसायन शास्त्र महत्वपूर्ण बने रहेंगे।सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप, छात्रों में बहु-विषयक दृष्टिकोण को विकसित करने की जरूरत महसूस की गई जिसकी वजह से इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रवेश से संबंधित विषयों के बारे में स्थिति स्पष्ट करना जरूरी था।
उन्होंने कहा कि विस्तृत विचार-विमर्श के बाद परिषद ने अनुमोदन प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए जो वास्तव में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक छात्रों को उनकी पसंद के अनुरूप विकल्प प्रदान करते हैं।


गौरतलब है कि हाल ही में एआईसीटीई ने स्नातक स्तर पर इंजीनियरिंग संकाय में दाखिले के लिये प्रवेश स्तर के दिशानिर्देशों में बदलाव करते हुए 11वीं एवं 12वीं कक्षा में गणित एवं भौतिकी नहीं पढ़ने वाले छात्रों को नामांकन के लिये पात्र बताया था । हालांकि, इससे पहले इंजीनियरिंग में दाखिले के लिये छात्रों को हाई स्कूल के स्तर पर भौतिकी, गणित की पढ़ाई करना जरूरी था। अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि ये बदलाव किसी राज्य या इंजीनीयरिंग कालेजों के लिये अनिवार्य नहीं हैं और न ही जेईई या सीईटी जैसी परीक्षाओं के संदर्भ में कोई बाध्यता हैं।
उन्होंने कहा, '' पहले की तरह ही गणित, भौतिकी, रयायन शास्त्र विषय में जेईई, सीईटी जैसी प्रवेश परीक्षा जारी रहेगी ।


एआईसीटीई के अध्यक्ष ने कहा '' बहरहाल, नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बाद जब 10+2 की प्रणाली खत्म्र होगी, 5+3+3+4 का प्रारूप होगा और कला, विज्ञान तथा कामर्स संकाय वर्तमान स्वरूप में नहीं रहेंगे, तब छात्रों के बीच बहु-विषयक दृष्टिकोण विकसित करने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एक व्यवस्था के संदर्भ में यह बात कही गई है।


उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर साइंस, सूचना प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी जैसे सहयोगी विषय लेने वाले छात्रों को इंजीनियरिंग में नामांकन की अनुमति देने के मकसद से दिशानिर्देशों में विकल्प दिया गया है। दिशानिर्देशों को लेकर भ्रम के बारे में पूछे जाने पर सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि अगर किसी छात्र का स्कूल के स्तर पर कोई कोर्स छूट गया है तब इसे पूरा करने के लिये कालेज पूरक कोर्स या ब्रिज कोर्स पेश कर सकते हैं।