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Saturday, July 15, 2017

मुरादाबाद : हाउस होल्ड सर्वे के आंकड़ों से छिपाई जा रही स्कूल छोड़ने वालों की संख्या, आधार की अनिवार्यता भी बनी नामांकन में रोड़ा

मुरादाबाद1शासन द्वारा प्राथमिक शिक्षा की व्यवस्था को सुधारने के लिए की जा रही कवायद का खास फायदा नहीं हो रहा है। होल्ड सर्वे में अधिकारी लगभग तीन सौ बच्चे कम होने की बात कह रहे हैं, जबकि नए शैक्षिक सत्र के लिए मंगवाई गई किताबों में यह आंकड़ा चार हजार के करीब है। आंकड़ों में हुई गिरावट का कारण अधिकारी आधार कार्ड की अनिवार्यता को बता रहे हैं।1सभी बच्चे शिक्षित हों और हर बच्चे का विद्यालय में दाखिला हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत हाउस होल्ड सर्वे कराया जाता है। इस बार सर्वे में बीच में शिक्षा छोड़ने वाले बच्चों की संख्या 339 है। इसका कारण आंशिक विकलांगता को बताया जा रहा है। इस लिस्ट में कूड़ा बीनने वाले, ढाबों आदि में काम करने वाले बच्चों को शामिल नहीं किया गया है।1रोक नहीं पा रहीं योजना: विभाग द्वारा बच्चों के लिए निश्शुल्क शिक्षा के अलावा फ्री किताबें और यूनीफॉर्म भी मुहैया कराई जाती है। मिड डे मील के अलावा आरक्षित वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है। ये सब योजनाएं भी स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को पढ़ने के लिए रिझा नहीं पा रही हैं। प्रवेश बढ़ने या फिर स्थिर रहने के बजाय गिरावट दर्ज की जा रही है।1तरुण पाराशर’मुरादाबाद1शासन द्वारा प्राथमिक शिक्षा की व्यवस्था को सुधारने के लिए की जा रही कवायद का खास फायदा नहीं हो रहा है। होल्ड सर्वे में अधिकारी लगभग तीन सौ बच्चे कम होने की बात कह रहे हैं, जबकि नए शैक्षिक सत्र के लिए मंगवाई गई किताबों में यह आंकड़ा चार हजार के करीब है। आंकड़ों में हुई गिरावट का कारण अधिकारी आधार कार्ड की अनिवार्यता को बता रहे हैं।1सभी बच्चे शिक्षित हों और हर बच्चे का विद्यालय में दाखिला हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत हाउस होल्ड सर्वे कराया जाता है। इस बार सर्वे में बीच में शिक्षा छोड़ने वाले बच्चों की संख्या 339 है। इसका कारण आंशिक विकलांगता को बताया जा रहा है। इस लिस्ट में कूड़ा बीनने वाले, ढाबों आदि में काम करने वाले बच्चों को शामिल नहीं किया गया है।1रोक नहीं पा रहीं योजना: विभाग द्वारा बच्चों के लिए निश्शुल्क शिक्षा के अलावा फ्री किताबें और यूनीफॉर्म भी मुहैया कराई जाती है। मिड डे मील के अलावा आरक्षित वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है। ये सब योजनाएं भी स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को पढ़ने के लिए रिझा नहीं पा रही हैं। प्रवेश बढ़ने या फिर स्थिर रहने के बजाय गिरावट दर्ज की जा रही है।1आधार अनिवार्यता बनी नामांकन में रोड़ा1अधिकारियों की मानें तो आधार कार्ड की अनिवार्यता नामांकन में कमी आने का सबसे बड़ा कारण है। एक जुलाई से 31 जुलाई तक चलाए जा रहे स्कूल चलो अभियान में नामांकन में बढ़ोतरी होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।1शैक्षणिक सत्र में आवंटित किताबों की संख्या1वर्षकिताब संख्या12017-1820467212016-1720886912015-162160001हाउस होल्ड सर्वे में 339 आंशिक विकलांग बच्चों ने स्कूल छोड़ा है। किताबों के हिसाब से आंकड़े सही करा लिए जाएंगे। आधार से जुड़ने के बाद नामांकन में गिरावट आई है। हो सकता है कि गत वषों में कुछ प्रवेश फर्जी दिखाए गए हों, जो आधार लागू होने के बाद संभव नहीं है। बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए योजनाएं तो काफी हैं। एक से 31 जुलाई तक स्कूल चलो अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान नामांकन बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।1संजय कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी, मुरादाबाद।

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