देश में शिक्षा की हालत सुधारने के लिए सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) की ओर से तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उसी तरह बिथरी चैनपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय भरतौल को इंचार्ज प्रधानाध्यापक शिवानी जौहरी एवं सहायक अध्यापक शैलजा त्रिपाठी एवं आनंद जायसवाल (एसएसए) संवार रहे हैं। अंग्रेजी माध्यम से संचालित होने वाले जिले के दो स्कूलों में शुमार इस स्कूल की दशा दो साल में काफी बदल गई है। इस स्कूल के तीनों शिक्षकों ने जुलाई 2015 में ज्वाइन किया था। लगातार मेहनत करते रहे, जो अब रंग लाने लगी है।
स्कूल के अधिकांश विद्यार्थी साफ-सुथरी यूनिफार्म में आते हैं। महज सौ छात्र नामांकन वाले विद्यालय में अब 219 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी उपस्थिति भी करीब 90 फीसदी रहती है। विद्यालय के अधिकांश छात्र एवं छात्रएं अंग्रेजी, गणित और विज्ञान की अच्छी जानकारी रखते हैं। विद्यालय का भवन अब जीवंत नजर आने लगा है। दिनभर बच्चों की पढ़ाई और खेलकूद की आवाज बाहर के बच्चों को स्कूल में एडमिशन कराने के लिए आकर्षित करती है।जागरण संवाददाता, बरेली : देश में शिक्षा की हालत सुधारने के लिए सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) की ओर से तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उसी तरह बिथरी चैनपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय भरतौल को इंचार्ज प्रधानाध्यापक शिवानी जौहरी एवं सहायक अध्यापक शैलजा त्रिपाठी एवं आनंद जायसवाल (एसएसए) संवार रहे हैं। अंग्रेजी माध्यम से संचालित होने वाले जिले के दो स्कूलों में शुमार इस स्कूल की दशा दो साल में काफी बदल गई है। इस स्कूल के तीनों शिक्षकों ने जुलाई 2015 में ज्वाइन किया था। लगातार मेहनत करते रहे, जो अब रंग लाने लगी है।
स्कूल के अधिकांश विद्यार्थी साफ-सुथरी यूनिफार्म में आते हैं। महज सौ छात्र नामांकन वाले विद्यालय में अब 219 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी उपस्थिति भी करीब 90 फीसदी रहती है। विद्यालय के अधिकांश छात्र एवं छात्रएं अंग्रेजी, गणित और विज्ञान की अच्छी जानकारी रखते हैं। विद्यालय का भवन अब जीवंत नजर आने लगा है। दिनभर बच्चों की पढ़ाई और खेलकूद की आवाज बाहर के बच्चों को स्कूल में एडमिशन कराने के लिए आकर्षित करती है।विद्यालय का प्रोफाइल प्राथमिक विद्यालय भरतौल
ब्लॉक बिथरी चैनपुर छात्र नामांकन संख्या
219 छात्र उपस्थिति शुक्रवार >>204 1’>>औसत उपस्थिति >>80 से 90 फीसदी 1’>>कक्षों की संख्या : छह कक्षा कक्ष 1’>>विद्यालय में बाउंड्रीवाल है। 1’>>इंडिया मार्का हैंड पंप दो लगे हैं। 1’>>किचन साफ सुथरा रहता है। 1’>>शौचालय - छात्र एवं छात्रओं का अलग-अलग 1’>>खेल का मैदान और रैंप भी है। 1प्राथमिक विद्यालय भरतौल में टीएलएम के जरिए बच्चों को समझातीं शिक्षक ’ जागरणफुलवारी लगाकर सजाया गया विद्यालय परिसर ’ जागरणआपसी तालमेल से पढ़ाई
शिक्षक आपसी तालमेल से बच्चों को अच्छे से पढ़ाते हैं। स्कूल के लिए जितना भी अब तक किया है। वो सागर में एक बूंद की तरह है। स्कूल की उन्नति के लिए हमें लंबी यात्र करनी है।
शिवानी जौहरी, इंचार्ज प्रधानाध्यापकपूरा स्टॉफ शिक्षण को समर्पित स्कूल के सभी विद्यार्थी बहुत मेहनती हैं। हम लोग निरंतर कुछ नया सिखाने की कोशिश करते हैं। पूरा स्टाफ शिक्षण कार्य को लेकर समर्पित है। इसलिए स्कूल आदर्श विद्यालय बनाने की राह पर अग्रसर है। आनंद कुमार, सहायक अध्यापकपठन पाठन कार्य में किया व्यापक सुधार
विद्यालय में पढ़ाई लिखाई सुधारने के साथ ही भवन भी दुरस्त किया गया है। विद्यालय परिसर को सजा दिया गया है। मिड डे मील की गुणवत्ता अच्छी होने के साथ ही खेलने और विभिन्न माध्यमों से पढ़ाने का काम करके विद्यालय को जिले का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनाने की ओर अग्रसर हैं।
शैलजा त्रिपाठी, सहायक अध्यापककान्वेंट जैसा हुआ सरकारी स्कूल : उमेश स्कूल पहले से बेहतर स्थिति में है। तीनों शिक्षकों के अथक प्रयासों से सरकारी स्कूल कान्वेंट जैसा लगता है। यह गांव के बच्चों के सपने सच होने जैसा है। गांव के बच्चे बाहर भी पढ़ाई करने लगे हैं। उमेश, एसएमएसी अध्यक्ष
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