रायबरेली। शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने कहाकि सरकारें शिक्षा के प्रति संवेदनहीन हो रही हैं, संवेदनहीन सरकारें शिक्षा एवं शिक्षक हित के विरूद्ध एक साजिश के तहत माध्यमिक शिक्षा में लगे शिक्षकों पर होने वाली सरकारी व्यय को बोझ समझकर उतार फेंकना चाहती हैं। उन्होंने कहाकि तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों और कर्मचारियों की पेंशन की बहाली अंशकालिक शिक्षकों को पूर्णकालिक शिक्षक बनाने तथा वित्तविहीन विद्यालयों को 7 क, क में प्राप्त मान्यता को 7 (4) में बदलने तथा घोषित मानदेय देने सहित अन्य संगठन की मांगों को मनवाने के लिए हम सभी को संगठित शक्ति एवं पूर्ण समर्पण के साथ ओम प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में एक बार पुन: बड़े आन्दोलन को हमें तैयार रहना चाहिए।
शिक्षक विधायक श्री त्रिपाठी रविवार को वैदिक इण्टर कॉलेज में आयोजित सेवानिवृत्त शिक्षक सम्मान समारोह एवं शैक्षिक विचार गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने शिक्षा कार्यालयों एवं चयन बोर्ड में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरूद्ध संघर्ष की चर्चा करते हुए कहाकि शिक्षकों की संगठित शक्ति के बल पर ही चयन बोर्ड को भंग करने के लिए सरकार को बाध्य होना पड़ा। प्रदेश महामंत्री इन्द्रासन सिंह ने शिक्षकों को सावधान करते हुए कहाकि संगठन की एकता एवं शक्ति की बदौलत ही छठें वेतनमान तक की उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं। आज हर सेवानिवृत्त शिक्षक को माह की पहली तारीख को पेन्शन प्राप्त हो जाती है। इन्हें सुरक्षित रखने के लिए हमें सजग एवं सावधान रहने की आवश्यकता है। सातवां वेतन आयोग की संस्तुतियां भी संगठन की संगठित शक्ति से ही प्राप्त की जाएगी। सम्मेलन में प्रदेशीय मन्त्री डॉ. आरपी मिश्र, नरेन्द्र वर्मा, डॉ. सुरेश तिवारी, चन्द्र प्रकाश मिश्र, उन्नाव के जिलाध्यक्ष एवं चुनाव अधिकारी उमाशंकर तिवारी, कौशल किशोर मिश्र आदि मौजूद रहै।
13वीं बार जिलाध्यक्ष बने जगजीवन
रायबरेली। जिला संगठन का सर्वसम्मति से चुनाव उमाशंकर तिवारी जिलाध्यक्ष उन्नाव की उपस्थिति में हुआ। पुरानी कार्यकारिणी की बहाली का प्रस्ताव सुरेश पाण्डेय ने किया, जिसका समर्थन एसएन सिंह एवं शिवकुमार अवस्थी द्वारा किया गया। जगजीवन प्रसाद शुक्ल 13वीं बार जिलाध्यक्ष निर्वाचित घोषित हुए। निर्वाचन की घोषणा चुनाव अधिकारी ने किया। जिलामंत्री धर्मेश दीक्षित, कोषाध्यक्ष नन्हेलाल एवं आय-व्यय निरीक्षक नन्हेंलाल सहित पुरानी कार्यकारिणी पुन: एक वर्ष के लिए निर्वाचित घोषित हुई।
No comments:
Write comments