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Sunday, August 24, 2025

स्कूलों में लगेंगे शुगर बोर्ड, पढ़ाया जाएगा मिठास का सही पाठ, माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव ने जारी किए निर्देश


स्कूलों में लगेंगे शुगर बोर्ड, पढ़ाया जाएगा मिठास का सही पाठ, माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव ने जारी किए निर्देश

स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान निहित होगा इस बोर्ड में

प्रयागराज । शुगर स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, और बड़ी संख्या में बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। खान-पान में चीनी के प्रयोग को सीमित करने संबंधी पाठ स्कूलों में पढ़ाने की योजना बनाई गई है। इसके लिए प्रत्येक माध्यमिक विद्यालय में शुगर बोर्ड लगाया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव ने इस संबंध में सभी जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र जारी किया है।

पत्र में कहा गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में मधुमेह के खतरनाक रूप से बढ़ने पर चिंता जताई है। बढ़ती स्वास्थ्य चुनौतियों से बच्चे तेजी से प्रभावित हो रहे हैं। शुगर बोर्ड एक दृश्य सूचना प्रदर्शन होगा, जो छात्रों को अत्यधिक चीनी के सेवन के खतरों के बारे में जागरूक करेगा। इसका उद्देश्य भोजन के स्वस्थ विकल्पों को बढ़ावा देना और बच्चों में स्वस्थ खाने की आदतों को प्रोत्साहित करना है।

सीबीएसई ने भी अपने स्कूलों के लिए इस तरह का निर्देश पहले जारी किया है। जिला विद्यालय निरीक्षक पीएन सिंह ने कहा कि सभी स्कूलों को इस विषय को गंभीरता से लेना चाहिए। बच्चों को स्वास्थ्य के खतरों के प्रति जागरूक करना आवश्यक है।


आलू व कोल्ड ड्रिंक जैसे खाद्य पदार्थ के प्रति सचेत होंगे

डायटीशियन कौसेन हफीज ने शुगर बोर्ड लगाने के इस कदम की सराहना की है। उनका कहना है कि जब बच्चों को पता चलेगा कि वे जो खा रहे हैं, वह कितना हानिकारक है, तो उनकी सतर्कता बढ़ेगी। अत्यधिक चीनी और मीठे पेय पदार्थों का सेवन बच्चों में मोटापा, मेटाबालिक सिंड्रोम, दांतों में सड़न और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। डब्ल्यूएचओ की सिफारिश है कि बच्चों को अतिरिक्त चीनी से दैनिक कैलोरी का 10 प्रतिशत से कम सेवन करना चाहिए। शुगर बोर्ड स्कूल परिसर में इंफोग्राफिक्स और शुगर कंटेंट चार्ट्स के माध्यम से जानकारी प्रदान करेगा, जिससे बच्चों को स्वस्थ खाने की आदतें अपनाने में मदद मिलेगी।


खाद्य पदार्थों में चीनी की मात्रा बताएगा 'शुगर बोर्ड'

नए निर्देशों के अनुसार, स्कूलों में प्रमाणिक जानकारी देने वाले बोर्ड लगाए जाएंगे, जिनमें रोजमर्रा के खाद्य पदार्थों में चीनी की मात्रा दर्शाई जाएगी। पैकेट बंद खाद्य पदार्थ, फ्लेवर्ड योगर्ट, जूस और ब्रेकफास्ट सीरियल्स में भी चीनी होती है, जो अक्सर अनदेखी की जाती है। कोल्ड्रिंक और पेटीस जैसी आम खाद्य वस्तुओं में शुगर की मात्रा भी दर्शाई जाएगी।




यूपी बोर्ड के माध्यमिक स्कूलों में 'शुगर बोर्ड प्रदर्शित करने के सम्बंध में।


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