जागरण संवाददाता, गोरखपुर : 50 सूत्रीय मांगों को लेकर वैकल्पिक शिक्षा आचार्य व मदरसा अनुदेशक वेलफेयर आचार्य जी शिक्षक महासंघ ने रविवार को काली पट्टी बांधकर नगरनिगम में धरना प्रदर्शन किया। महासंघ सदस्यों ने नगर निगम में सभा के बाद जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर पचास सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। धरना प्रदर्शन व सभा का नेतृत्व महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष व संरक्षक जितेंद्र ओझा ने किया। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने मांग की कि वैकल्पिक शिक्षा आचार्य अनुदेशक व मदरसा अनुदेशकों को प्राथमिक विद्यालयों में तत्काल पूर्ण समायोजन किया जाय, 1999 से तैनात वैकल्पिक शिक्षा के आचार्य अनुदेशकों, मदरसा अनुदेशकों को, जिन्हें 2009 में हटा दिया गया, उन्हें प्राथमिक विद्यालयों में 1999 से पुन: बहाल कर बाधित सेवा को निक्षेपित कर मानदेय को एरियर सहित भुगतान कराया जाय। ओझा ने कहा कि प्रदेश सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए महासंघ के सदस्य गांधीवादी नीति त्याग कर सुभाष चंद बोस व रानी लक्ष्मीबाई की नीति को अपनाएंगे। सभी सदस्यों ने रानी लक्ष्मीबाई की मूर्ति के सामने खड़ा होकर संकल्प लिया कि इस सरकार को शिक्षक गण अपनी कलम चलाकर उखाड़ देंगे। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष राजन ओझा, उपाध्यक्ष इशरत जहां, महामंत्री सेराज सहक, रियाजुद्दीन, प्रचार मंत्री भाष्कर राय, निहाल अहमद अंसारी, अब्दुल, कमलावती, शेलनूर जहां, प्रेमशीला देवी, निर्मला सिंह, उर्मिला राय, अनीता दुबे, कहकशा बानो, सोनमती, मिथलेश चंद, किरण वाजपेयी, उमेश चंद साहनी, संजय मिश्र, दूधनाथ शर्मा आदि मौजूद रहे।
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