शासकीय अधिकारियों, कर्मचारियों एवं राजनेताओं के पाल्यों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाए जाने के संबंध में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सुर्खियों में आए प्रशिक्षु शिक्षक शिवकुमार पाठक पर एक बार फिर गाज गिर सकती है। मंगलवार को इलाहाबाद स्थित बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर धरने में शामिल होने पर परिषद के निर्देश पर बीएसए ने डायट प्राचार्य को आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। उन पर बगैर अवकाश धरने में शामिल होने का आरोप है।
लंभुआ विकासखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पांडेयपुर में बतौर प्रशिक्षु शिक्षक प्रशिक्षण ले रहे शिवकुमार पाठक तीन मई 2016 को बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर टीईटी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए थे। परिषद के संयुक्त सचिव अशोक गुप्ता ने बीएसए को निर्देशित करते हुए शिवकुमारके विद्यालय में उस तिथि में उपस्थिति की सूचना की जांच कराने को कहा है।
साथ ही जांच रिपोर्ट संलग्न करते हुए प्रशिक्षु शिक्षक चयन समिति के अध्यक्ष तथा डायट प्राचार्य को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए पत्र भेजने का निर्देश दिया है। परिषद के निर्देश पर बीएसए दीवान सिंह यादव ने डायट प्राचार्य को अग्रिम कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी तत्कालीन बीएसए रमेश यादव ने शिवकुमार को बगैर अवकाश लिए विद्यालय से गायब रहने के आरोप में 13 अगस्त 2015 को बर्खास्त कर दिया गया था। बाद में हाईकोर्ट के आदेश के बाद पाठक की बहाली हुई थी।
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