फर्जीवाड़े में बर्खास्त शिक्षकों को बचाना अधिकारियों को अब भारी पड़ सकता है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने बीएसए से फर्जीवाड़े में पकड़े गए अध्यापकों पर हुई कार्रवाई का पूरा ब्योरा तलब किया है। परिषदीय विद्यालयों में हुई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा हुआ था। फर्जी अभिलेखों पर कई मुन्ना भाइयों ने नौकरी पा ली। विशिष्ट बीटीसी 2014 और 72825 शिक्षक भर्ती में काफी संख्या में ऐसे मामले सामने भी आए थे। जिले में 119 शिक्षकों को बर्खास्त भी कर दिया गया। कई पर रिपोर्ट भी दर्ज हुई और पुलिस उनकी जांच कर रही है। कुछ अधिकारियों की कृपा पाकर कानूनी कार्रवाई से बच गए और 66 के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने का मामला अभी लंबित ही चल रहा है। हरदोई ही नहीं बताते हैं कि पूरे प्रदेश में यही हुआ और उसे ही विभाग ने गंभीरता से लिया है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने बीएसए से फर्जीवाड़े में बर्खास्त हुए एक एक अध्यापक के विरुद्ध हुई कार्रवाई का पूरा विवरण तलब किया है। जिसमें न केवल शिक्षक का नाम, पता, नियुक्ति दिनांक, नियुक्ति स्थल, जिस अभिलेख में फर्जीवाड़ा मिला उस संस्था का नाम आदि ही नही बल्कि बर्खास्तगी के बाद हुई कानूनी कार्रवाई जैसे एफआइआर दर्ज हुई या नहीं हुई तो कहां हुई और क्या कार्रवाई हुई आदि पूरा ब्योरा तलब किया है।
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