शुक्रवार को रिमङिाम बारिश के बीच प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए अभ्यर्थियों को नियुक्त पत्र के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इससे वे आक्रोशित हो गए। बीएसए दफ्तर पर सही जवाब न मिलने की वजह से गुस्सा और भड़क गया और इसकी तपिश डीएम आवास तक पहुंच गई। बाद में जिम्मेदारों की आंखें खुलीं और बीएसए व अन्य अधिकारियों ने मौके पर जाकर अभ्यर्थियों को शांत कराया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि उन्हें बुलाया नियुक्ति पत्र के लिए गया था मगर बाद में पहले अभिलेख जमा कराने की शर्त रख दी गई। जिले में प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। पिछले दिनों प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती की काउंसिलिंग कराई गई। जिसके आधार पर 317 अभ्यर्थियों का चयन किया जाना है। विभाग ने जिन 198 अभ्यर्थियों के मूल अभिलेख पहले से जमा है, उनको शुक्रवार को नियुक्ति पत्र देने की योजना बनाई। शेष बचे अभ्यर्थियों के अभिलेख जमा कराने के बाद अगले दिन उन्हें नियुक्ति पत्र देने का निर्णय लिया। इसको लेकर अभ्यर्थी भड़क गए। अभ्यर्थियों का कहना था कि शुक्रवार को उन्हें नियुक्ति पत्र के लिए बुलाया गया था लेकिन अब विभागीय अधिकारी आनाकानी कर रहे हैं। इसको लेकर दोपहर में अभ्यर्थियों ने पैदल ही बीएसए कार्यालय से डीएम आवास की तरफ कूच कर दिया। डीएम आवास के गेट पर देखते ही देखते अभ्यर्थियों की भारी भीड़ जुट गई। अभ्यर्थी डीएम से मिल कर तत्काल नियुक्ति पत्र दिलाने की बात कह रहे थे।
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