नए बच्चों को परिषदीय विद्यालयों में जोड़ने के लिए शिक्षकों के स्तर से कड़ी मशक्कत की जा रही है। बच्चों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है। अब बीएसए की ओर से समस्त शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति के प्रति गंभीर हो जाए। सर्व शिक्षा अभियान के तहत हर साल करोड़ों रुपये का बजट दिया जाता है। ताकि विद्यालयों में बच्चों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। इसके बाद भी साल दर साल विद्यालयों में बच्चों का नामांकन कम होता जा रहा है। बताते चलें कि देहात क्षेत्र के विद्यालयों में तैनात तमाम शिक्षक अपनी मनमानी करते आ रहे हैं। न तो शिक्षक समय से विद्यालय तक आते है और न ही बच्चों की पढ़ाई के प्रति उनकी रुचि है। इन हालात में लगातार शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। योजनाओं का सही तरह से क्रियान्वयन नही हो पा रहा है। लगातार कम हो रहे छात्र नामांकन पर शासन स्तर पर बैठे अधिकारी परेशान हो गए हैं। अब लगातार विद्यालयों में छात्र नामांकन बढ़ाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। पन्द्रह जुलाई तक विद्यालयों में छात्रों का नामांकन बढ़ाना है। इसके लिए शिक्षक गांवों में प्रत्येक घरों तक टोली के रूप में पहुंच रहे हैं। जहां शिक्षक बच्चों के अभिभावकों को विभाग की योजनाओं की जानकारी दे रहे है। लेकिन विद्यालयों की स्थिति इसके विपरीत हंै। नए बच्चों को जहां शिक्षक तलाश रहे हैं। पुराने बच्चों की उपस्थिति भी न के बराबर रह रही है। इस कारण शिक्षण कार्य विद्यालयों में शुरू नहीं हो पा रहा। अब बीएसए रेखा सुमन ने शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वो विद्यालयों में पंजीकृत छात्रों की उपस्थिति बढ़ाएं।
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