महराजगंज : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की लापरवाही से विभाग की खूब किरकिरी हो रही है। सत्यापन व एरियर में लेटलतीफी का खामियाजा शिक्षकों संग कार्यालय के लिपिकों को भी भुगतना पड़ रहा है। शिक्षक एक तरफ जहां एरियर व सत्यापन के लिए परेशान हो रहे हैं, वहीं उनकी लिपिकों से आए दिन बहस भी हो रही है। हद तो यह है कि बड़ी संख्या में शिक्षक बीएसए कार्यालय में पहुंचकर हंगामा किए और वहां लिपिक से जमकर बहस की। जिससे कार्यालय की गरिमा तार तार हुई। शिक्षकों के इस तेवर से कार्यालय में अफरा तफरी का माहौल रहा।
सत्यापन व एरियर की जानकारी के लिए नवनियुक्त शिक्षक नेता के साथ बड़ी संख्या में शिक्षक बुधवार को सायं तीन बजे के करीब बीएसए कार्यालय पर पहुंचे। वहां वित्त एवं लेखाधिकारी रवि सिंह से एरियर भुगतान के संदर्भ में वार्ता की, तो उन्होंने चार सत्यापन पर ही एरियर भुगतान करने का फरमान सुनाया। जिससे शिक्षक नेता खफा नजर आए। उसके बाद उन्होंने लिपिक से सत्यापन की जानकारी प्राप्त किया। इस दौरान माहौल गरमाता देख किसी ने तहसीलदार व सीओ को सूचना दे दी। मौके पर पहुंचे तहसीलदार नंद लाल सिंह व सीओ के समक्ष लिपिक व शिक्षक नेता में तीखी बहस हुई। साथ ही बीएसए कार्यालय में बिना पैसा के कार्य नहीं होने की बात भी कही। अधिकारियों के समाने ही तीखी बहस में शिक्षक नेता की बीच बीच में जुबान फिसलती नजर आई और वह पूरी सिस्टम पर अपने प्रभाव का हवाला भी देते रहें। जिसे लेकर तहसीलदार ने शिक्षक को संयम रखने की नसीहत दी। उसके बाद मामला शांत हुआ। अधिकारियों ने लिपिकों से कहा कि जिनके सत्यापन आ गए हैं, उनका नाम बाहर चस्पा किया जाए। सब कुछ पारदर्शी बनाया जाय। किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हालांकि कार्यालय में इस तरह के शोर शराबा के पीछे लोग बीएसए की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
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