कई वर्षों से अपने मूल जनपद में नौकरी करने का सपना देख रहे हैं। शिक्षकों को राहत देते हुए शासन ने अंतरजनपदीय तबादला नीति जारी कर दी है और जुलाई में आवेदन करने का मौका दिया है, लेकिन शिक्षा विभाग के लिपिकों की कार्यशैली के चलते शिक्षकों के आवेदन में कई प्रकार की दिक्कतें सामने आ रही हैं। पिछले कई वर्षों से जिले में शिक्षक की नौकरी कर रहे सैकड़ों शिक्षक अंतरजनपदीय तबादला नीति आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। नीति आने के बाद जब यह लोग आनलाइन आवेदन किया तो डाटा फी¨डग में कहीं नाम और कहीं सरनेम के अलावा नियुक्ति तिथि, पैनकार्ड नंबर के अलावा विद्यालयों के नाम ब्लाक तक में त्रुटियां पाई गईं। जिसको दुरुस्त कराने के लिए पिछले कई दिनों से शिक्षक लगातार लिपिकों की चिरौरी कर रहे थे। शुक्रवार को सभी शिक्षक प्रभारी बीएसए आरपी त्रिपाठी से मिल कर समस्या से अवगत कराया। इसके उपरांत श्री त्रिपाठी ने समस्त ब्लाक लिपिकों को शिक्षकों की समस्या को शीघ्र सही कराने के निर्देश दिए हैं। देर शाम तक फीडग का कार्य चलता रहा।
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