बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की अपनी पहचान होगी। सीबीएसई की तर्ज पर नया सत्र अप्रैल से शुरू कराने के बाद अब परिषद व्यवस्था परिवर्तन की ओर कदम बढ़ा रहा है। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले सभी बच्चों को पहचान पत्र वितरण किया जाएगा, जिसे हर बच्चे को गले में पहनना भी अनिवार्य होगा। बिना पहचान पत्र के प्रवेश नहीं मिलेगा। मडराक क्षेत्र में बच्चों के पहचान पत्र बनाने का काम शुरू भी कर दिया गया है। नए सत्र की शुरुआत में ही बच्चों को पहचान पत्र बंट जाने चाहिए थे, लेकिन ये प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। बीएसए धीरेंद्र यादव ने कहा कि कक्षा एक से आठ तक के बच्चे कच्ची उम्र के होते हैं। अक्सर बच्चे के गुम हो जाने जैसी अप्रिय घटना के वक्त पहचान पत्र काफी मददगार होता है। बच्चा अपने घर का पता या मोबाइल नंबर नहीं याद रख पाता है। ऐसे में कोई भी पहचान पत्र के माध्यम से बच्चे को सकुशल घर या स्कूल पहुंचा सकता है।
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