लखनऊ : शहर के सरकारी प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने और मॉनिटरिंग के लिए कॉन्वेंट स्कूलों का मॉडल लागू होने जा रहा है। इसके तहत स्कूल में जितने शिक्षक हैं, उतने छात्र समूह बनाए जाएंगे। हर समूह का एक क्लास टीचर होगा। बच्चों की प्रोग्रेस की जिम्मेदारी उसी की होगी।
वर्तमान में सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के प्रोग्रेस की जिम्मेदारी अभी तय नहीं है। इससे इतर कॉन्वेंट में बच्चों को पढ़ाते तो कई शिक्षक हैं, लेकिन उनका एक क्लास टीचर होता है। बच्चों के प्रोग्रेस देखने की पूरी जिम्मेदारी उसी की होती है। अब इसी मॉडल को सरकारी स्कूलों में भी लागू करने की तैयारी है।
बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि यह व्यवस्था इसी महीने से जिले के सभी प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में लागू कर दी जाएगी। इससे एक ओर शिक्षकों की जिम्मेदारी तय हो सकेगी, वहीं अभिभावक भी बच्चों से संबंधित जानकारी के लिए उसी क्लास टीचर से मिले सकेंगे। इससे बच्चों की और बेहतर मॉनीटरिंग हो सकेगी।
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