टीचर्स क्लब उत्तर प्रदेश और बेसिक शिक्षा विभाग के संयोजन में विद्यालयों में व्यक्तिगत एवं सामुदायिक सहभागिता द्वारा कार्य कर अपने विद्यालय को श्रेष्ठ कार्य करने वाले प्रदेश भर के शिक्षकों के साथ राज्य स्तरीय सेमिनार आयोजन शनिवार को विकास भवन के नवीन सभागार किया गया।
कार्यक्रम का उदघाटन जिलाधिकारी शमीम अहमद ने किया। उन्होंने शिक्षकों को वर्तमान शिक्षा की गंभीर स्थिति के बारे में चिंतन करने के लिए और इसके समाधान के लिए कोशिश करने को कहा और अनुशासन का गुरुमंत्र दिया। उन्होंने क्लब की टीम को एनपीआरसी स्तर तक ऐसे समूह के रूप में कार्य कर केवल शिक्षा की गुणवत्ता के लिए कार्य करने निर्देश दिए और ऐसा आयोजन जिला पर करने का निर्देश दिया।
विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी पीके श्रीवास्तव ने शिक्षा की स्थिति पर चिंता जताई और ऐसे कार्य करने का आह्वान किया जिससे गुणवत्ता में सुधार किया जा सके। कार्यक्रम में जनपद झांसी, मुजफ्फरनगर, बाराबंकी, बदायूं, देवरिया, बस्ती, गोंडा, मऊ, ललितपुर, फरुखाबाद, लखनऊ, उन्नाव, औरैया, बलिया, बरेली, फरुखाबाद, गोरखपुर, फैज़ाबाद, गौतमबुद्ध नगर आदि जनपदों से 40 से अधिक ऐसे शिक्षकों ने प्रतिभाग किया जिन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्तर से शासन स्तर तक अपने विद्यालयों में नवाचारों और प्रयासों के जरिये अपने विद्यालय को श्रेष्ठ बनाया।
इन प्रतिभागियों ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन और ऑडियो-वीडियो के माध्यम से अपने किये गए कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया। सुशील कुमार बाराबंकी, डा. मनोज वाष्ण्रेय बदायूं, आफाक अहमद देवरिया, डा. सर्विष्ट मिश्र बस्ती, रविप्रताप सिंह गोण्डा, डा. खुर्शीद हसन झांसी, अनिरुद्ध शर्मा बदायूं आदि के कार्यों की सेमिनार के शिक्षा विशेषज्ञों द्वारा सराहना की गई।
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