जिले के दो बेसिक स्कूलों को इंग्लिश मीडियम के तौर पर प्रदेश में पहचान दिलाने वालीं टीचर प्रमोशन से वंचित रह गई। दोनों स्कूल की टीचर ने इसका विरोध करने का फैसला किया है। बेसिक स्कूल में तीन वर्ष की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों की दस अक्तूबर को प्रमोशन काउंसलिंग हुई थी। शिक्षकों की लिस्ट में इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूल भरतौल और डोहरा के टीचर का भी नाम था। भरतौल में सहायक टीचर शैलजा त्रिपाठी ने बताया कि मेरे स्कूल में हेड की जगह खाली थी तो मैंने वहां ही प्रमोशन देने की बात कही। ऐसा करने से इनकार कर दिया गया। उलटे कह दिया गया कि अगर इंग्लिश मीडियम स्कूल के सभी टीचर का प्रमोशन कर दिया गया तो ये स्कूल कैसे संचालित होंगे। उस आधार पर हमलोगों को काउंसलिंग में शामिल नहीं होने दिया। शैलजा ने कहा कि ये तो हमलोगों के अधिकारों का हनन है। अगर प्रमोशन नहीं मिला तो प्रमोशन से मिलने वाले लाभ मिलने चाहिए। बीएसए से मुलाकात कर हम लोग अपना ज्ञापन देंगे। वहीं, प्रमोशन काउंसलिंग के बाद विकलांग टीचर पुष्पेंद्र सिंह को 45 किमी दूर स्थित गुलेली में पो¨स्टग मिली है।
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