जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सरकारी स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षाएं 15 अक्टूबर से कराना सुनिश्चित कर दिया गया है। मगर अभी तक बच्चों को पढ़ने के लिए किताबें ही नहीं बांटी गईं हैं। जिले में बेसिक शिक्षा परिषद के करीब 2500 स्कूल हैं। इनमें लगभग 2.47 लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। सभी बच्चों को किताब मुहैया कराने के लिए तकरीबन 20 लाख किताबों की जरूरत होती है। अभी विभाग के पास मात्र आठ लाख किताबें ही आई हैं। ऐसे में कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को बिना किताब ही पास का खिताब दिया जाएगा। किताबें टेंडर में देरी, क्रय आदेश में देरी व उनके देर से छपने आदि के पीछे शासन स्तर से ढिलाई प्रमुख वजह मानी जा रही है। हालांकि कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं।1एक व दो की किताब नदारद1कक्षा एक व दो की तो कोई भी किताब नहीं आ पाई है। अधिकारियों का कहना है कि कैसी भी स्थिति हो परीक्षा कराने का आदेश भी शासन स्तर से ही लिया गया है। लिहाजा परीक्षा तो करानी ही पड़ेगी। 11अभी जितनी किताब आई हैं उन्हीं से काम चलाया जा रहा है। कुछ को पिछले साल के बच्चों की किताबें दिलाई गई हैं। किताबें देर से आना या कम आना ये शासन स्तर का मामला है। प्रक्रिया चल रही है आठ लाख आई हैं जल्द ही सब किताबें आ जाएंगी। 1-बीबी पांडे, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी1 बीएसए दफ्तर।1


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