⚛परिषदीय विद्यालयों में एमडीएम न बनाना खंड शिक्षाधिकारियों और प्रधानाध्यापकों को मंहगा पड़ा। इस पर कार्रवाई करते हुए बेसिक शिक्षाधिकारी अशोक कुमार यादव ने 10 खंड शिक्षाधिकारियों और 21 प्रधानाध्यापकों का वेतन रोक दिया है। यही नहीं एमडीएम की सूचना विभाग को उपलब्ध न कराने वाले 97 प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। एक साथ हुई इन कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
⚛परिषदीय विद्यालयों की मानीटरिंग करने के लिए सरकार ने आइभीआरएस (दैनिक अनुश्रवण प्रणाली) लागू की है। इसके तहत हर रोज प्रधानाध्यापकों पर विभाग से कंप्यूटराइज्ड फोन आता है और उनसे विद्यालय संबंधी सूचनाएं मांगी जाती है।
⚛आइभीआरएस की रिपोर्ट के अनुसार एक से 15 नवंबर तक 21 विद्यालयों में एमडीएम नहीं बना। वहीं 97 विद्यालयों की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई थी। 1इन एबीएसए का रोका वेतन- भांवरकोल ब्लाक के राजेश राम, देवकली व सादात के महेंद्र प्रताप सिंह, मनिहारी के सुदामा राम, मरदह के धनपत यादव, रेवतीपुर व सैदपुर के मनोज शर्मा, जखनियां के ओमप्रकाश तिवारी और जमानिया के जयराम पाल।
⚛इन हेडमास्टरों पर भी हुई कार्रवाई- भांवरकोल ब्लाक के नरसिंहपुर व चकडुमरिया प्राथमिक विद्यालय, देवकली का बढ़नपुरा, मनिहारी का परेवा, मरदह के कन्या प्राथमिक व उच्च प्राथमिक मरदह, मुहम्मदाबाद के मानिकपुर, रुकुंदीपुर (सहायता प्राप्त) व बखारीपुर, रेवतीपुर के लखमीपुर, सादात के चकफरीद, नागेपुर व बहोरवां, सैदपुर के लौलेहरा, लैलहा प्राथमिक व उच्च प्राथमिक, भूवरपुर उच्च प्राथमिक व विशुनपुर मथुरा, जखनिया का रावापट्टी उच्च प्राथमिक व श्रीरामपुर और जमानियां ब्लाक का महेंवा स्थित विद्यालय।
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