अपने ही आदेश का अनुपालन करा पाने में विफल साबित हुए कुशीनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पन्नाराम गुप्ता इन दिनों चर्चा में हैं। जिले में चर्चित खंड शिक्षा अधिकारी पडरौना अजय तिवारी को एक पखवारा पूर्व कसया ब्लाक का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपते हुए उन्होंने वहां तैनात रहे बीइओ को विशुनपुरा बीईओ का कार्यभार देखने का आदेश जारी कर दोनों ही अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से आदेश के अनुपालन को कहा था, पर यह आदेश आज तक कागज में ही दौड़ता नजर आ रहा। बीते 24 अक्टूबर को बीएसए गुप्त ने कसया के खंड शिक्षा अधिकारी धीरेंद्र त्रिपाठी के कार्यक्षेत्र में बदलाव कर उनको विशुनपुरा विकासखंड के बीईओ की जिम्मेदारी सौंपी थी। वहीं खंड शिक्षा अधिकारी पडरौना अजय तिवारी को पडरौना के साथ-साथ कसया का भी अतिरिक्त चार्ज दे दिया था। स्थानांतरण आदेश के तहत बीइओ पडरौना अजय तिवारी कार्यभार ग्रहण करने कसया बीआरसी पहुंचे जरूर पर वहां के बीइओ ने खुद के विशुनपुरा बीइओ बनाए जाने के आदेश को धता बताते हुए हुए चार्ज देने से मना कर दिया। बीएसए द्वारा स्थानांतरण आदेश जारी हुए पखवारा बीत गया पर बीएसए के आदेश का अनुपालन नहीं हो सका है। उधर सोमवार को जौरा बाजार में आयोजित तहसील स्तरीय बेसिक क्रीड़ा प्रतियोगिता में कसया बीइओ के तौर पर धीरेंद्र त्रिपाठी ही मौजूद रहे।
शिक्षकों की पहली पसंद है कसया :
ब्लाक कसया परिषदीय शिक्षकों की पहली पसंद बना हुआ है। हाल के वर्षों में इस ब्लाक में तैनाती के लिए विभाग को शिक्षकों का सर्वाधिक आवेदन प्राप्त हुआ है जानकारों के अनुसार 142 प्राथमिक तथा 56 उच्च प्राथमिक विद्यालयों वाले कसया ब्लाक में लगभग 650 शिक्षक तैनात हैं, जिसमें 525 के करीब महिला तथा 125 पुरुष शिक्षक हैं। इन शिक्षकों में गैर जनपदीय शिक्षकों की संख्या अधिक है। वहीं कसया के बीइओ का प्रभार पाए अजय तिवारी की वहां पर छठवीं बार तैनाती हुई है। इससे पूर्व वह पांच बार कसया के बीइओ रह चुके हैं। बीएसए द्वारा उनको पुन: कसया का प्रभार सौंपे जाने पर भी सवाल उठने लगे हैं।
खुद नहीं अनुशासित, अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाले :
कसया ब्लाक में दो बीइओ की तैनाती चर्चा का विषय बना हुआ है। शिक्षक ही नहीं एबीआरसी व एनपीआरसी तक नहीं समझ पा रहे कि आखिर ब्लाक का असली बीइओ कौन है, और वे किसका आदेश मानें। 26 अक्टूबर को तो मामला अजीबोगरीब स्थिति में पहुंच गया। जब पडरौना बीइओ तिवारी बीआरसी पहुंच कर कार्यभार ग्रहण करने की औपचारिकता निभा रहे थे कि वहां तैनात बीइओ त्रिपाठी भी पहुंच गए। मौजूद लोग समझ नहीं पाए कि आखिर हो क्या रहा है। बाद में दोनों अधिकारी अकेले में गुफ्तगू कर चलते बने।
बीईओ के तबादले के लिए अनुमोदन जरूरी:
बीइओ के तबादले से पूर्व सचिव से अनुमोदन लेना जरूरी है। रिक्त पड़े बीइओ पद पर ही बीएसए बीइओ की तैनाती कर सकते हैं, जबकि तैनात बीइओ के कार्यक्षेत्र में बदलाव के पूर्व अनुमोदन आवश्यक है। कसया बीईओ रहे धीरेंद्र त्रिपाठी को विशुनपुरा बीइओ पद पर स्थानांतरित कर दिया गया है। उनके द्वारा कार्यभार ग्रहण न करने पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी। (पन्नाराम गुप्त, बीएसए।)
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