परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता पर सुधार करने के लिए भले ही कई योजनाएं संचालित हो रही हों और अधिकारी शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने का दावा कर रहे हों, लेकिन हकीकत यह है कि विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के पास अभी तक पर्याप्त संख्या में किताबें नहीं पहुंची हैं। विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बगैर पुस्तक के अर्धवार्षिक परीक्षा निपट गई अब बगैर अभ्यास पुस्तिका के सत्र परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई है। इससे विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता का स्वत: ही अनुमान लगाया जा सकता है।
जिले में संचालित परिषदीय विद्यालयों में अप्रैल से शिक्षा सत्र शुरू हुआ था। विद्यालयों में अक्टूबर के अंत तक किताबों की आपूर्ति पूरी नहीं हो पाई थी। इसी बीच इन विद्यालयों में अर्धवार्षिक परीक्षाएं संपन्न करा दीं। विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अभ्यास पुस्तिकाएं भी उपलब्ध कराने का प्रावधान है, लेकिन अभी तक विद्यालयों में अभ्यास पुस्तिकाएं नहीं पहुंची हैं। इसके बावजूद विभाग की ओर से सत्र परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। इसके तहत 17 दिसंबर को कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों के हंिदूी और संस्कृत की परीक्षा होगी। 19 को गणित और सामाजिक विषय की, 20 दिसंबर को विज्ञान और अंग्रेजी विषय की परीक्षाएं संपन्न होंगी। इस बार भी विद्यार्थियों को बगैर विधिवत अध्ययन किए सत्र परीक्षा देनी होगी। इस संबंध में बीएसए की ओर से सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सत्र परीक्षा विधिवत संपन्न कराई जाए।
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