अगर आपका बच्चा स्कूल में पढ़ रहा है तो यह एक अच्छी खबर है। स्कूलों में उसे पढ़ाई के साथ ही अब तंबाकू के प्रयोग से होने वाले वाले नुकसान के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। इसके लिए प्रदेश के 72 जिलों के स्कूलों में कार्यक्रम संचालित किए जाने हैं। विभागीय अधिकारी इसको लेकर तैयारी करने में लगे हैं।
तंबाकू का बढ़ता प्रयोग अब चिंता का सबब बनता जा रहा है। तंबाकू व उसके अन्य उत्पादों के प्रति बच्चों में झुकाव बढ़ रहा है। इससे उनके मस्तिष्क के साथ ही स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ रहा है। शायद यही वजह है कि युवाओं में हृदयाघात, कैंसर व श्वसन संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रलय के वर्ष 2012 के आंकड़ों के मुताबिक यूपी में करीब 4.4 करोड़ लोग तंबाकू का उपयोग कर रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए सेहत महकमे ने अब स्कूली बच्चों को तंबाकू खाने से होने वाली हानियों के बारे में सचेत करने की योजना तैयार की है। इसके लिए स्वास्थ्य निदेशक जीके कुरील ने जारी आदेश में कहा है कि सूबे के 72 जिलों के स्कूलों में जागरूकता संबंधी कार्यक्रम किए जाएंगे। इनके जरिए बच्चों को विभिन्न जानकारियां दी जाएगी। इसके लिए जनपद स्तर पर एनजीओ का चयन किया गया है। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत शामली, हापुड़ व संभल को नहीं शामिल किया गया ।’
सभी जिलों के 70 स्कूलों में कार्यक्रम की तैयारी70 विद्यालयों में होगा कार्यक्रम
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत हर जिले के 70 विद्यालयों में कार्यक्रम होंगे। इसमें पब्लिक विद्यालय से लेकर महाविद्यालय तक को शामिल किया जाना है। इसको लेकर कई स्तर पर कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं।
जिम्मेदार के बोल
नोडल अधिकारी डॉ. एसजी हसन का कहना है कि तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इसको लेकर कई स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से स्कूलों में जागरूकता संबंधी कार्यक्रम होंगे। इस दौरान लोगों को जानकारी दी जाएगी।
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