इंस्पायर अवार्ड में शहर के एक भी स्कूल का नामांकन नहीं
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जेडी को पत्र भेजकर जताई नाराजगी
28 फरवरी तक होने हैं रजिस्ट्रेशन
अमर नाथ वर्मा, माध्यमिक शिक्षा निदेशक
डेली न्यूज़ नेटवर्कलखनऊ। केंद्र सरकार की ओर से संचालित इंस्पायर अवार्ड-मानक योजना में जमकर लापरवाही बरती जा रही है। बार-बार निर्देश जारी होने के बाद भी अब तक राजधानी के एक भी स्कूल ने इस योजना में अपने बच्चों का ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कराया है। यह स्थिति राजधानी सहित कई जिलों की है। इस स्थिति पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमर नाथ वर्मा ने संयुक्त शिक्षा निदेशक को निर्देश जारी कर सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि 28 फरवरी तक विद्यालयों के छात्रों का भारत सरकार के वेबपोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराना सुनिश्चित कराया जाए। दरअसल, विज्ञान के प्रति छात्रों का रुझान बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार की इंस्पायर अवार्ड योजना संचालित है। इसमें राजकीय, सहायता प्राप्त विद्यालयों से लेकर सभी तरह के स्कूलों में कक्षा 6 से 10 तक के वे बच्चे जिन्हें विज्ञान विषय में रुचि हैं, उन्हें केंद्र सरकार पांच हजार रुपए सीधे खाते में भेजती है।इससे वह जिला स्तरीय प्रदर्शनी में अपना मॉडल बनाकर प्रस्तुत करते हैं। इसके लिए बीते ढाई महीने से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से संयुक्त शिक्षा निदेशकों को पत्र जारी बच्चों के ऑनलाइन पंजीकरण कराने के निर्देश दिए जा रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार इसे गंभीरता से नहीं ले रहे।
योजना के अंतर्गत स्कूलों को लॉगिन आईडी एवं पासवर्ड दिया जाता है, जिसके जरिए वह पोर्टल पर अपने बच्चों के रजिस्ट्रेशन कर सकें। लेकिन स्थिति यह है कि राजधानी में सात सौ से अधिक विद्यालय होने के बाद भी एक भी स्कूल ने अपने बच्चों का पंजीकरण वेबपोर्टल पर नहीं कराया है। वेबपोर्टल पर लखनऊ की संख्या शून्य है।भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने जो रिपोर्ट दी है, उसके तहत लखनऊ सहित कई ऐसे जिले हैं जहां इंस्पायर अवार्ड योजना के वेबपोर्टल पर एक भी पंजीकरण नहीं है। यह स्थिति अत्यंत खेदजनक और जिला विद्यालय निरीक्षकों की योजना के प्रति उदासीनता का परिचायक है। उन्हें जल्द से जल्द पंजीकरण कराने के निर्देश दिए गए हैं।
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