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Friday, February 3, 2017

मिर्जापुर : जहरीले भोजन से सौ से अधिक बच्चे बीमार जांच के आदेश, प्रबंधन पर लगा आरोप

इस संबंध में एडीएम वित्त विजय बहादुर सिंह ने बताया कि प्रारम्भिक जांच के उपरान्त बच्चे खाने की गड़बडी से बीमार हुए थे, हो सकता है दूध में मिलावट रही हो। जिलाधिकारी ने एसडीएम मड़िहान को मामले की जांच के आदेश दे दिए है। इलाज कराने के बाद बच्चों को पुन: स्कूल पहुंचा दिया गया।
अस्पताल में भर्ती और अन्य छात्र-छात्राओं से बात की गई तो उन्होंने विद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि, हमें दिए जाने वाला भोजन शायद जेल से भी बद्दतर है, शिकायत करने के बाद एक-दो दिन ठीक होने के बाद पुन: पहले जैसा ही हो जाता है। आगे कुछ बच्चों ने बताया कि कहने को तो विद्यालय में दो आरों (वाटर फिल्टर) लगे हैं, लेकिन ऐक भी काम नहीं करता, बर्तन भी साफ नहीं रहता। विद्यालय के लोगों द्वारा यह भी आज समझाया गया है कि, अधिकारियों के पूछे जाने पर कुछ बताना नहीं। फिलहाल जो भी हो घटना घटने के बाद ही ऐसे मामले से पर्दा उठता है।
डेली न्यूज़ नेटवर्कमिर्जापुर। जिले के मड़िहान तहसील क्षेत्र अन्तर्गत स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय पटेहरा के छात्रों की अचानक तबियत खराब होने के कारण उन्हें पीएचसी पटेहरा और सीएचसी मड़िहान में इलाज कराया गया। इलाज कराने के बाद 83 बच्चों को पुन: स्कूल पहुंचा दिया गया। गड़बडी के कारणों का अब तक पता नहीं चला कि, किस कारण इतनी संख्या में बच्चे बीमार पड़े थे। वही मामला संज्ञान में आते ही जिलाधिकारी कंचन वर्मा ने एसडीएम मड़िहान सी.पी तिवारी को मामले की जांच के आदेश दिए है। हालांकि देखने से यही ज्ञात होता है कि मामला विषाख्त भोजन का है।घटना मंगलवार की देर रात लगभग साढ़े 10 बजे की है, जब विद्यालय के छात्रावास में रह रहें छात्र-छात्राएं रात्रि के भोजन के पश्चात सो रहे थे कि अचानक उनके पेट में दर्द होने लगा और शिकायत पर एंबुलेंस के माध्यम से बच्चों को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया गया। देखते ही देखते यह संख्या लगभग 63 तक पहुंच गई। जहां एक ओर विद्यालय प्रशासन के होश उड़े थे वहीं मामला छात्रों से जूड़े होने के कारण रात्रि में जिला प्रशासन की भी नींद उड़ गई थी।जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मौके पर पहुंचकर रात्रि को ही मुख्य चिकित्साधिकारी विद्यु गुप्ता, एसडीएम मड़िहान, तहसीलदार ओम प्रकाश पाण्डेय आदि ने स्वास्थ्य व सुविधा को लेकर जानकारी ली। इसी बीच कुछ बच्चों की तबीयत में सुधार होने पर विद्यालय पहुंचाया गया। लेकिन सुबह फिर कुछ बच्चों की हालत खराब होने पर उन्हें स्थानीय अस्पताल सहित मंडलीय अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कराया गया और बीमार छात्रों की कुल संख्या अस्पताल सूत्रों के मुताबिक लगभग सवा सौ तक पहुंच गई। सुबह से पुलिस फोर्स सहित अपर जिलाधिकारी वित्त, क्षेत्राधिकारी के.पी. सिंह, थाना प्रभारी यू.पी सिंह आदि भी पहुंच गए। मामले की जानकारी लेते हुए छात्रावास का रसोईघर भी चेक किया और खाद्य पदार्थ गलत पाए जाने पर फटकार भी लगाई। मौके पर गए खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने नमूना भी लिया और जांच के लिए लैब में भेजा।अस्पताल सूत्रों की माने तो सभी बीमार छात्र-छात्राएं अब बेहतर महसूस कर रही है। ज्ञात हो कि विद्यालय में कुल लगभग 529 छात्र-छात्राएं रहकर अध्यन करती है।

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